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Assam-Arunachal Sign Agreement: शाह की मौजूदगी में असम-अरुणाचल के बीच जारी सीमा विवाद पर हुआ समझौता, दोनों राज्यों के CM ने किए हस्ताक्षर

Assam-Arunachal Sign Agreement: इस एमओयू पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, शाह ने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार पूर्वोत्तर में शांति लाने की दिशा में प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे कि पूर्वोत्तर राज्यों को विवादों से दूर किया जा सकें।

नई दिल्ली। असम और अरूणाचल प्रदेश के बीच जारी सीमा विवाद को ध्यान में रखते हुए आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करवाए। इस बीच शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खाडू से सीमाई विवाद को सुलझाने की दिशा में सकारात्मक कदम भी उठाने की अपील की है। शाह ने आगे कहा कि दोनों राज्यों के बीच सीमाई विवाद को ध्यान में रखते हुए स्थिति तनावग्रस्त बनी हुई है। जिसे देखते हुए आज एमओयू पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं।

बता दें कि इस एमओयू पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, शाह ने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार पूर्वोत्तर में शांति लाने की दिशा में प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे कि पूर्वोत्तर राज्यों को विवादों से दूर किया जा सकें। शाह ने आगे कहा कि गत वर्ष पूर्वोत्तर से जुड़े 67 फीसद विवादों को सुलझाने की दिशा में अहम कदम उठाया गया। उधर, 2023 में 800 मीटर विवादित सीमा का निपटारा हो चुका है।

उधर, पूर्वोत्तर से जुड़े मसलों को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि असम और अरूणाचल प्रदेश के बीच जारी सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में आज का एमओयू दोनों राज्यों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार दोनों राज्यों को विवाद से विमुक्त करने की दिशा में प्रतिबद्ध है।

वहीं, असम कैबिनेट में भी आज दोनों राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद के निपटारे के लिए 12 क्षेत्रियों समितियों की सिफारिशों को मंजूरी दी गई। ध्यान रहे कि इससे पहले मेघालय के मुख्यमंत्री ने केंद्र के कई मंत्रियों की मौजूदगी में सीमा विवाद को सुलझाने की दिशा में कई समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। बहरहाल, अब इस दिशा में आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।