नई दिल्ली। महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, राकांपा नेता व शरद पवार के भतीजे अजित पवार अब महाराष्ट्र असेंबली के नए नेता विपक्ष होने वाले हैं। उद्धव सरकार के वक्त वर्तमान के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस नेता विपक्ष थे और अब इसी कुर्सी को अजित पवार संभालने वाले हैं। स्पीकर राहुल नर्वेकर ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि वर्तमान में सदन में सबसे बड़ी पार्टी राकांपा है। इस लिहाज से नेता विपक्ष का पद भी उसके पास ही जाएगा। महाराष्ट्र में कुल विधायकों की संख्या 288 है। इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56, कांग्रेस 44 और एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस तौर पर देखा जाए तो महाराष्ट्र में बीजेपी के बाद शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आती है। लेकिन वर्तमान में मुख्यमंत्री की सीट पर विराजमान एकनाथ शिंदे की बगावत के चलते उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फिलहाल सूबे की राजनीति में अब शिवसेना अपना वजूद बचाने की लड़ाई पर है और इसका सीधा-सीधा फायदा राकांपा को मिलता हुआ दिख रहा है।
अजित पवार महाराष्ट्र की राजनीति में एक जाना माना नाम है। सूबे में अजीत पवार को अजित दादा के नाम से जानते हैं। अजित ने महाराष्ट्र राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले शरद पवार से राजनीति के गुर सीखे हैं। साल 1991 में बारामती विधानसभा सीट से इन्होंने पहली बार उपचुनाव लड़ा था। इस वक्त से अजित पवार 7 बार लगातार जीत का परचम लहरा चुके हैं। इसी साल अजित पवार सुधाकरराव नाइक की सरकार में पहली बार राज्यमंत्री भी बने। इसके अलावा साल 2010 में अजित पवार महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री बने।