लखनऊ। जब भी हिंसा हो, तो नेताओं को माहौल और बिगाड़ने वाले बयान देने की जगह हालात सामान्य करने के लिए काम करना चाहिए, लेकिन शुक्रवार को सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान शांति बनाने की अपील करने का मामला ट्विटर पर जारी अपने बयान में सबसे नीचे रखते हुए उससे ऊपर बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमलावर अंदाज अपनाया। उन्होंने अपने ट्वीट में बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की। खास बात ये है कि नूपुर की गिरफ्तारी की मांग के मसले पर ही कानपुर में हिंसा हुई।
महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नगर में रहते हुए भी पुलिस और ख़ुफ़िया-तंत्र की विफलता से भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से, कानपुर में जो अशांति हुई है, उसके लिए भाजपा नेता को गिरफ़्तार किया जाए।
हमारी सभी से शांति बनाए रखने की अपील है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 3, 2022
अखिलेश का ये सियासी मतलब वाला ट्वीट आते ही यूपी की योगी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसे शेयर कर जोरदार पलटवार किया। ब्रजेश पाठक ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘श्री अखिलेश जी कार्यवाही भी होगी, बुलडोजर भी चलेगा, कानपुर के पत्थरबाजों व घटना को सुनियोजित करने वालों पर, आप भूल गये शायद यह योगी जी की सरकार है, यहाँ अपराधियों को पाला नहीं पलायन करवाया जाता है।’
श्री अखिलेश जी कार्यवाही भी होगी, बुलडोजर भी चलेगा, कानपुर के पत्थरबाजों व घटना को सुनियोजित करने वालों पर, आप भूल गये शायद यह योगी जी की सरकार है, यहाँ अपराधियों को पाला नहीं पलायन करवाया जाता है। https://t.co/Gf2wlDjXlY
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) June 3, 2022
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बाद योगी सरकार में दूसरे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। केशव ने सपा का नाम लिए बगैर ये भी ट्वीट में लिखा कि कुछ मौकापरस्त सियासी पार्टियां ऐसी घटनाएं कराती हैं। केशव ने दंगाइयों को नसीहत भी दी कि योगी सरकार में ऐसे तत्वों को बख्शा नहीं जाता है। भलाई इसी में है कि दंगा और हिंसा छोड़कर यूपी की तरक्की की राह में सबके साथ वे मिलकर चलें।
जिस दिन देश के महामहिम राष्ट्रपति, आदरणीय प्रधानमंत्री जी, राज्यपाल महोदया, मुख्यमंत्री जी कानपुर के नजदीक हों, देश दुनिया के उद्योगपति प्रदेश की राजधानी में हों. उस दिन कानपुर शहर में पत्थरबाजों का आतंक सुनियोजित साजिश नहीं है तो और क्या है? एक भी अपराधी बख्शा नहीं जायेगा!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) June 3, 2022
“जुमा” की नमाज़ अदा करने का सम्मान है, लेकिन यूपी में “जुर्म” करने की इजाज़त किसी को नहीं है. मौकापरस्त पार्टियों के बहकावे में आने से बेहतर है यूपी की विकास यात्रा में भागीदार बनें,सबके लिए बेहतर होगा
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) June 3, 2022
बहरहाल, कानपुर में हुए दंगों के मामले में यूपी में सियासत के अभी और गर्माने के आसार हैं। हालांकि, जिस तरह योगी सरकार दंगाइयों पर कार्रवाई कर रही है, उससे यूपी के इस सबसे बड़े शहर में हालात सामान्य ही हैं। पीएसी की तीन कंपनियां संवेदनशील इलाकों में लगाई गई हैं। सियासत न हो सके, इसके लिए भी योगी सरकार सतर्कता बरत रही है और इसी कड़ी में दोनों डिप्टी सीएम ने अखिलेश यादव पर जोरदार पलटवार भी किया है।