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Punjab: अमरिंदर की पत्नी ने नवजोत सिद्धू और कैप्टन के विरोधियों को दी नसीहत, कहा- कैप्टन का देखो काम

Punjab: बता दें कि सिद्धू के सलाहकार मलविंदर माली ने कश्मीर को अलग देश बता दिया था। इस पर पंजाब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेताओं ने विरोध जताया था। मनीष तिवारी ने तो यहां तक कह दिया था कि मलविंदर जैसे लोग कांग्रेस तो क्या, देश में रहने लायक भी नहीं हैं।

पटियाला। पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिंह सिद्धू वाले जंग में एक बार फिर सीएम अमरिंदर की पत्नी और पटियाला से कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने एंट्री मारी है। परनीत ने नवजोत सिद्धू और अपने पति का विरोध करने वालों को नसीहत देते हुए कहा है कि वे पहले कैप्टन का काम देखें। परनीत कौर ने ये सवाल भी उठाया कि जो भी आज कैप्टन अमरिंदर पर उंगली उठा रहे हैं, उन्होंने साढ़े 4 साल तक अमरिंदर के ही नेतृत्व में सत्ता का सुख क्यों भोगा? परनीत कौर ने कैप्टन विरोधियों के पीछे नवजोत सिंह सिद्धू का हाथ होने की बात कही। उन्होंने विरोधियों से कहा कि ये वक्त लड़ने और आरोप लगाने का नहीं, गांवों में जाकर कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां बताने का है। परनीत कौर ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में बढ़िया काम किया है। उन्होंने कांग्रेस को पिछली बार बड़ी जीत दिलाई थी। उन्होंने ये भी कहा कि बागियों को कैप्टन साहब से कुछ सीखने की जरूरत है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि नवजोत सिद्धू पहले अपने सलाहकारों पर कंट्रोल करें।

captain amrinder singh

बता दें कि सिद्धू के सलाहकार मलविंदर माली ने कश्मीर को अलग देश बता दिया था। इस पर पंजाब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेताओं ने विरोध जताया था। मनीष तिवारी ने तो यहां तक कह दिया था कि मलविंदर जैसे लोग कांग्रेस तो क्या, देश में रहने लायक भी नहीं हैं।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह से पंगा लिया था। कांग्रेस आलाकमान ने आखिरकार सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष का पद दे दिया। अब सिद्धू गाहे-बगाहे कैप्टन को चिट्ठी लिखकर तमाम मांगें रख रहे हैं।

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बीते दिनों सिद्धू ने अपने स्तर से राज्य के 16 मंत्रियों की ड्यूटी कांग्रेस के दफ्तर में लगा दी थी और इसकी जानकारी कैप्टन को भेज दी थी। इसी से पता चलता है कि दोनों के बीच रिश्ते अभी सामान्य नहीं हैं। वहीं, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का कहना है कि कैप्टन के नेतृत्व में ही कांग्रेस अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी, लेकिन फिलहाल तो कांग्रेस के लोग ही आपस में लड़ते दिख रहे हैं।