नई दिल्ली। कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर जहां मंथन का दौर चल रहा है तो वहीं अब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने मोदी सरकार को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है जोकि उनकी पार्टी आलाकमान को अच्छा नहीं लगेगा। बता दें कि सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने मोदी सरकार की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े। वैसे ये पहली बार नहीं है जब शर्मा ने पार्टी लाइन से अलग हटकर मोदी सरकार की तारीफ की हो। फिलहाल शर्मा ने सोमवार को कहा है कि भारत ने हाल के वर्षों में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी बढ़ाया है और इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार को एक साथ मिलकर काम करने के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि, ‘अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में ‘भारत ने बढ़ोतरी की है और मैं इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को बधाई देता हूं क्योंकि उन्होंने इसके लिए एकसाथ काम किया। उस समय देश संकट में था।”
आनंद शर्मा आगे कहा कि, “भारत ने दूसरी तिमाही में वापसी की। क्योंकि अर्थव्यवस्था के लिए पहली तिमाही सबसे खराब रही, इसका जीडीपी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।” शर्मा ने कहा कि हमें आशा है कि रिकवरी का संतुलन इसी तरह से अन्य दो तिमाहियों में भी बना रहेगा। बता दें कि अप्रैल से जून तिमाही (Q1 FY21) में भारतीय अर्थव्यवस्था में 23% की कमी आई थी, जबकि सितंबर की तिमाही में यह केवल 7.5% थी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी आनंद शर्मा मोदी सरकार की तारीफ कर चुके हैं। पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे तो आनंद शर्मा ने उनकी तारीफ की थी। उस दौरान शर्मा ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला के दौरे से भारतीय वैज्ञानिकों और कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए उनके काम को पहचान और मान्यता मिली है। कोरोना के खिलाफ लड़ रहे अग्रिम पंक्ति के योद्धा इससे और प्रोत्साहित होंगे। फिलहाल जब उनके बयान को लेकर पार्टी की तरफ से भौंहे तनी तो उन्होंने अपने ट्वीट को लेकर खेद व्यक्त कर दिया था। हालांकि, उन्होंने दोबारा ट्वीट करते हुए लिखा था कि पहले ट्वीट में लाइनें गलत हो गईं थीं, जिसके परिणामस्वरूप कुछ भ्रम पैदा हो गए थे।
ऐसा इसलिए भी था क्योंकि पार्टी का आधिकारिक रूख पीएम मोदी के उस दौरे पर आनंद शर्मा के ट्वीट से एकदम अलग था। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के इस कदम को फोटो सेशन करार दिया था। यहां गौर करने वाली बात है कि, आनंद शर्मा कांग्रेस के उन 23 असंतुष्ट नेताओं के समूह का हिस्सा थे, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में कांग्रेस में बड़े बदलाव को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।