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Delhi Murder: दिल्ली में श्रद्धा मर्डर जैसा एक और केस, लिव इन पार्टनर की हत्या के बाद लाश के साथ 10 घंटे रहा प्रेमी!

सरिता विहार थाने की पुलिस के मुताबिक 12 नवंबर को दोपहर करीब ढाई बजे उसे सूचना मिली थी कि मदनपुर खादर में घर में महिला बेहोश है। बाहर से ताला बंद था। सरिता विहार के एसीपी जगदेव सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ताला तोड़कर पुलिस टीम भीतर गई। वहां महिला फर्श पर पड़ी थी।

नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के सरिता विहार इलाके में श्रद्धा वालकर जैसा एक और मामला सामने आया है। हालांकि, यहां मृतक महिला के शव के टुकड़े नहीं किए गए। पुलिस के मुताबिक सरिता विहार में राहुल वर्मा नाम का युवक लिव इन में रहने वाली गुलशाना नाम की महिला की हत्या के बाद घर को बंद कर फरार हो गया। महिला की हत्या उसकी 1 साल की बेटी के सामने की गई। राहुल वर्मा ने करीब 10 घंटे महिला की लाश के साथ बिताए। 2 दिन तक युवक अपनी महिला मित्र की लाश को देखने कमरे में आता रहा। राहुल के बारे में पुलिस का कहना है कि वो महिला से शादी करना चाहता था। वारदात के 5 दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

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सरिता विहार थाने की पुलिस के मुताबिक 12 नवंबर को दोपहर करीब ढाई बजे उसे सूचना मिली थी कि मदनपुर खादर में घर में महिला बेहोश है। बाहर से ताला बंद था। सरिता विहार के एसीपी जगदेव सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ताला तोड़कर पुलिस टीम भीतर गई। वहां महिला फर्श पर पड़ी थी। हॉस्पिटल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। महिला के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। मकान मालिक ने बताया कि राहुल ने उनको फोन पर बताया कि उसकी लिव इन पार्टनर गुलशाना घर में मृत पड़ी है। जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी।

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पुलिस के मुताबिक पहले लगा कि गुलशाना ने सुसाइड किया है, लेकिन फिर जांच में राहुल वर्मा की गतिविधियां संदिग्ध मिलीं। जिसके बाद उसे आली गांव के पास जंगल से धर दबोचा गया। राहुल इस जंगल में छिपकर रह रहा था। पुलिस को राहुल ने बताया कि गुलशाना के किसी और से रिश्ते का उसे शक था। आए दिन झगड़ा होता था। गुलशाना ने उससे कुछ रकम मांगी। जिसके बाद फिर झगड़ा हुआ। इसपर उसने 10 नवंबर को चुन्नी से गुलशाना की गला दबाकर हत्या कर दी। जिसके बाद रात 10 बजे तक 1 साल की बच्ची और लाश के साथ घर पर ही रहा। बाद में बच्ची को लेकर वो बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया। बच्ची को किसी और को देने के बाद वो चला गया। फिर रात में लौटकर लाश को देखा। दो दिन तक वो लाश देखने आता रहा। फिर मकान मालिक को सूचना दी।