नई दिल्ली। क्या आप भी बीजेपी के विरोधी दलों की भांति हिजाब विवाद पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया जानने के लिए बेताब हो रहे थे, तो समझिए की आपकी यह बेताबी अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही खत्म कर दी है। अब आप पूछेंगे वो कैसे। क्या उन्होंने हिजाब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दे दी है और अगर उन्होंने दे दी है, तो कहा क्या है? तो रखिए आप थोड़ा-सा धैर्य। क्योंकि हम आपको सब कुछ बताएंगे। वो भी पूरे तफसील के साथ। लेकिन उससे पहले हम आपको बताते चलें कि आज यानी की 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश के पहले चरण के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी समेत अन्य सियायी दलों ने दूसरे चरण में होने जा रहे चुनाव के लिए चुनाव प्रचार का शंखनाद किया। इसी कड़ी में पीएम मोदी सराहनपुर पहुंचे थे। जहां उन्होंने मुख्तलिफ मसलों का सहारा लेकर काग्रेस समेत अन्य दलों पर निशाना साधा तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कर्नाटक से आए यूपी की राजनीति को गरमाने हिजाब विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया देने से कोई गुरेज नहीं किया।
उन्होंने बेहद ही सधे हुए शब्दों में काग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ लोगों को मुस्लिम बेटियों की तरक्की रास नहीं आ रही है। उनक तालीम रास नहीं आ रही है। ऐसे लोगों को मुस्लिम बेटियों की पल्लवित होती इच्छाए रास नहीं आ रही है, इसलिए ये मुस्लिम बेटियों के विकास में बाधा पहुंचाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे आजमा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग मुस्लिम बेटियों को बरगला कर उनके विकास में बाधा पुहंचा रहे हैं, क्योंकि ये नहीं चाहते हैं कि इनके जीवन में विकास की बयार बहे। पीएम मोदी आज बेटियां क्षेत्र में बेहतर कर रही है और हमारी सरकार ने सभी बेटियों के लिए विकास का मार्ग पशस्त किया है, लेकिन कुछ सियासी दलों को यह रास नहीं आ रहा है। तो इस तरह से आपने देखा कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिजाब विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। इस मसले को लेकर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया इसलिए अहम हो जाती है, क्योंकि कांग्रेस समेत बीजेपी के अन्य विरोधी इस मसले को लेकर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया मांग रहे थे, जिसे देखते हुए इनकी यह प्रतिक्रिया खासा सुर्खियों में है।
इसी के साथ उन्होंने सपा और बसपा को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में प्रदेश की जनता ने परिवादी पार्टियों को हाशिए पर पहुंचाने का मन बना चुकी है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर इनकी सरकार बनेगी तो प्रदेश में फिर माफियाओं और अपराधियों का राज कायम हो जाएगा और हमारी सरकारी बनी तो अपराधियों और माफियाओं पर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिससे इनके पेट में दर्द होगा। गौरतलब है कि आज यानी की गुरुवार को उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 53 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए। अब ऐसे में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले प्रदेश में सियासी दलों के बीच दूसरे चरण के तहत होने जा रहे चुनाव को लेकर प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है।