हैदराबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने बीते दिनों अपने बयान में सभी के लिए कठोर नियमों वाले जनसंख्या नियंत्रण कानून की वकालत की थी। उन्होंने इसके लिए किसी खास वर्ग का नाम भी नहीं लिया था। बावजूद इसके मोहन भागवत के बयान का सबसे पहले विरोध एआईएमआईएम AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध किया था। ओवैसी ने एक बार फिर जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करते हुए बयान दिया है और अपने पुराने अंदाज में इसे उन्होंने मुसलमानों से जोड़ा है। ओवैसी ने अपने बयान में दावा किया है कि मुसलमानों की आबादी नहीं बढ़ रही, क्योंकि वे कॉन्डोम का इस्तेमाल करते हैं।
#WATCH | On RSS chief Mohan Bhagwat’s statement that there’s a religious imbalance in India, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, “Don’t fret, Muslim population is not increasing, it’s rather falling… Who’s using condoms the most? We are. Mohan Bhagwat won’t speak on this.” pic.twitter.com/kcaYLaNm7A
— ANI (@ANI) October 8, 2022
ओवैसी ने आंकड़ों का उदाहरण देते हुए कहा कि मुसलमानों में टोटल फर्टिलिटी रेट यानी TFR भी घट रहा है। एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि वे कहते हैं कि जनसंख्या पर नियंत्रण करना है। मैं कहता हूं कि मुसलमानों की आबादी नहीं बढ़ रही है। तुम लोग खामखा टेंशन में मत आओ की आबादी बढ़ रही है। आबादी तो गिर रही है। दो बच्चों का जो अंतर होता है, जिसे स्पेसिंग बोलते हैं, वो भी मुसलमानों में सबसे ज्यादा है। ओवैसी ने आगे कहा कि मैंने एक टीवी चैनल पर कहा कि बीजेपी के बड़े नेताओं के बाप ने कितने बच्चे पैदा किए। सबसे ज्यादा कॉन्डोम का इस्तेमाल हम मुसलमान कर रहे हैं। मोहन भागवत इस पर नहीं बोलेंगे।
जनसंख्या नीति सारी बातों का समग्र व एकात्म विचार करके बने, सभी पर समान रूप से लागू हो, लोकप्रबोधन द्वारा इसके पूर्ण पालन की मानसिकता बनानी होगी। तभी जनसंख्या नियंत्रण के नियम परिणाम ला सकेंगे। – परम पूज्य सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी#RSSVijayadashami2022 pic.twitter.com/0YRbbE4nkL
— Abhishek Sharma (@SharmaaAbhishek) October 5, 2022
दरअसल, इस साल विजयादशमी पर आरएसएस के स्थापना कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा था कि कठोर नियमों वाला जनसंख्या नियंत्रण कानून देश की जरूरत है। उन्होंने बढ़ती जनसंख्या की वजह से कई देशों के टुकड़े होने का उदाहरण भी दिया था। भागवत ने कहा था कि सभी के लिए एक समान नियम बनाकर इस कानून को लागू करना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि सरकार अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून के फायदे गिनाएगी, तो लोग इसे खुशी से मान लेंगे।