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वर्ल्ड साइकल डे पर एटलस साइकल फैक्ट्री में आर्थिक संकट के चलते लगा ताला

आज अंतर्राष्ट्रीय साइकल डे है। एक तरफ जहां साइकिलिंग के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं देश की सबसे पुरानी साइकल कंपनी एटलस के कारखाने पर ताला लग गया। एटलस ने ही देश में लोगों तक साइकल पहुंचाई।

गाजियाबाद। आज अंतर्राष्ट्रीय साइकल डे है। एक तरफ जहां साइकिलिंग के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं देश की सबसे पुरानी साइकल कंपनी एटलस के कारखाने पर ताला लग गया। एटलस ने ही देश में लोगों तक साइकल पहुंचाई।

पिछले कई वर्षों से एटलस साइकल बनाने वाली कंपनी आर्थिक संकट से जूझ रही है। कंपनी में ताला लगा दिया गया है। जिससे यहां काम करने वाले सैकड़ों वर्कर्स सड़क पर आ गए हैं।

एटलस ने उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद का कारखाना चलाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। कंपनी की ओर से यहां के वर्कर्स को एक नोटिस दिया गया है। इस नोटिस में कारखाने के प्रबंधक ने कहा है कि मालिकों के पास कारखाना चलाने के लिए रकम नहीं है, इसलिए वर्कर्स बैठकी कर लें। नोटिस में कहा गया है कि कंपनी पिछले कई वर्षों से भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है। कंपनी ने सभी उपलब्ध फंड खर्च कर दिए हैं। अब स्थिति यह है कि कंपनी के पास कोई भी आय के श्रोत नहीं बचे हैं। यहां तक कि दैनिक खर्चों के लिए भी धन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

आपको बता दें कि साहिबाबाद स्थित इस कारखाने के बंद होने के बाद यहां काम करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। एक कर्मचारी ने बताया कि कारखाना बंद होने से लगभग 450 कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। वहीं अस्थाई तौर पर प्रभावित लोगों को मिला लें तो फैक्ट्री बंद होने से 700 कर्मचारियों पर असर पड़ेगा।