रामपुर। सपा के जेल से छूटे नेता आजम खान पहले ही पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराजगी का इजहार संकेतों में कर चुके हैं। अब लग रहा है कि वो किसी प्लान B पर भी काम कर रहे हैं। बता दें कि आजम खान पहले भी एक बार सपा को छोड़ चुके हैं। अब जेल से बाहर आने के बाद उनकी गतिविधियां अलग किस्म की लग रही हैं। वहीं, सपा की तरफ से भी उनको आज भी तरजीह नहीं मिलती दिखी। आजम खान ने जेल से बाहर आने के बाद पहले शनिवार को बरेली की आला हजरत दरगाह के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा से लंबी बातचीत की थी। रविवार को वो रामपुर जेल में बंद अपने करीबियों गुड्डू और मसूद से मिलने गए। बरेली से सपा के विधायक शहजील इस्लाम से भी उन्होंने बैठक की।
आजम खान के बारे में सियासत के जानकारों का कहना है कि उन्हें समझना मुश्किल नहीं, बल्कि नामुमकिन है। आजम से जब पूछा गया था कि वो अखिलेश से नाराज हैं, तो उनका कहना था कि आपसे मुझे नाराजगी की खबर मिल रही है। नाराज होने के लिए आधार चाहिए। मैं खुद ही निराधार हूं, तो आधार आएगा कहां से। मेरा अपना ही कौन सा आधार है। किसी से नाराज होने की हैसियत में मैं नहीं हूं। अखिलेश के मिलने न आने के बारे में सवाल पर आजम का कहना था कि जो आए, उनका शुक्रिया। जो नहीं आए, उनकी कोई मजबूरी रही होगी। मेरा उनको भी शुक्रिया। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है। सपा और दूसरे दलों ने जो किया, वो काफी है।
इस बीच, आज जब आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला ने विधानसभा सदस्य के तौर पर शपथ ली, तो एक बार फिर सपा की ओर से उनके प्रति ठंडा रवैया देखने को मिला। आजम और अब्दुल्ला के शपथ लेने के वक्त विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के कमरे में सपा का न तो कोई विधायक था और न ही अखिलेश या कोई और बड़ा नेता। हालांकि, अखिलेश ने आजम की रिहाई पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया था। फिर भी आज जिस तरह का दोनों में रिश्ता दिखा, उससे लग रहा है कि कहीं आजम और अखिलेश के रिश्तों में दरार आई है।