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Anantnag Encounter:…तो इस वजह से आतंकियों ने अनंतनाग में अपने नापाक मंसूबों को दिया अंजाम, सामने आई ये बड़ी जानकारी

Anantnag Encounter: दरअसल, इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है, जो कि लश्कर ए तैयबा से ही जुड़ा हुआ है। वहीं, अब उसने इस हमले पर बयान जारी कर कहा कि इस महीने की शुरुआत में पीओके और उसके कमांडर रियाज अहमद की हत्या हुई थी, यह उसी का बदला था।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार अपने नापाक मंसूबों को धरातल पर उतारने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, सेना की ओर से उन्हें हर बार माकूल जवाब दिया जाता है, मगर मुंह की खाने के बावजूद भी वो अपने नापाक मंसूबों को जमीन पर उतारने से बाज नहीं आ रहे हैं। बीते बुधवार को एक ऐसी ही खबर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के कोकेरनाग से सामने आया, जहां आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और एक डीएसपी वीरगति को प्राप्त हो गए। सैन्याधिकारियों ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि इलाके में आतंकी छुपे हुए हैं जिसके बाद हमारे जवान वहां तलाशी अभियान को अंजाम देने पहुंचे।

इस दौरान हमें आतंकियों ने यकायक हम पर गोलाबारी शुरू कर दी। जिसमें हमारे दो जवान और एक डीएसपी रेंक के अधिकारी शहीद हो गए। बता दें कि शहीद होने वालों में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट हैं। हुंमायूं भट की दो महीने की बेटी भी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सेना के जवान आतंकियों की टोली का पीछा कर रही थी, जिसके बाद सेना आतंकियों तक पहुंच गई, लेकिन घात लगाए बैठे आतंकियों ने मौका देखकर उन पर हमला कर दिया।

सैन्य सूत्रों के मुताबिक, इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली है, जो लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ है। वहीं, अब इस पूरे मसले पर सियासी प्रतिक्रिया शुरू हो चुकी है। नेंका प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान शहीद हो गए। भगवान इस दुख की घड़ी में उनके परिवार को इसे सहने की क्षमता प्रदान करें। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस हमले पर दुख व्यक्त किया है, जिसमें उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं सेना के बहादुर राइफलमैन रवि के साहस और सर्वोच्च बलिदान को सलाम करता हूं, जिन्होंने राजौरी में कर्तव्य की पंक्ति में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा सदैव याद रखी जाएगी। शहीद के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। वहीं, अब सेना की शहादत को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है , जिसके बारे में आगे हम आपको इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं।

दरअसल, इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है, जो कि लश्कर ए तैयबा से ही जुड़ा हुआ है। वहीं, अब उसने इस हमले पर बयान जारी कर कहा कि इस महीने की शुरुआत में पीओके और उसके कमांडर रियाज अहमद की हत्या हुई थी, यह उसी का बदला था। ध्यान दें, गत आठ सितंबर को रावलकोट के अल-कुदुस मस्जिद के अंदर उसे गोली मार दी गई थी, जिसका बदला लेने के लिए अनंतनाग हमले को अंजाम दिया गया। बहरहाल, इस आतंकी हमले को लेकर सियासी प्रतिक्रियाएं भी जा रही हैं। चौतरफा आतंकियों से प्रतिशोध लेने की बात कही जा रही है। ऐसे में आगामी दिनों में सेना की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।