newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

मानसून सत्र की शुरुआत में बारिश के बीच पीएम मोदी ने खुद पकड़ा छाता तो लोगों ने बताया सेवक और राजकुमार में अंतर

Monsoon Session: एक यूजर ने कहा कि, कभी देखा है ऐसा दृश्य कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के शीर्ष नेता स्वयं अपना छाता पकड़े हों! यूँ ही नहीं हैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भारत के जन-जन के आदर्श.!

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभालने के बाद एक चीज जिसपर खास अहमियत दी, वो ये कि देश में लाल बत्ती और वीआईपी कल्चर को खत्म करने का चलन शुरू हुआ। गौरतलब है कि पीएम मोदी का मानना है कि वीआईपी कल्चर की वजह से मंत्री, विधायक, नेता जनता की पहुंच से दूर हो जाते हैं। ऐसे में सबको समान होना चाहिए, इसी के चलते देश से वीआईपी कल्चर का कम होना शुरू हो गया। यही नहीं गाड़ियों का काफिला, स्वागत में रेड कारपेट जैसी चीजों पर भी लगाम लगने लगा। फिलहाल इसको लेकर पीएम मोदी की सराहना भी हुई। वहीं सोमवार को मानसून सत्र की शुरुआत के दौरान भी एक नजारा ऐसा दिखा कि जिसमें पीएम मोदी की सादगी लोगों का ध्यान खींच हो रही है। दरअसल मानसून सत्र को लेकर पीएम मोदी जब संसद पहुंचे तो बारिश हो रही थी। ऐसे में पीएम मोदी अपने हाथ में खुद छाता पकड़े नजर आए। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी तारीफों के पुल बांधे।

PM Modi

वहीं इसी सत्र को लेकर एक और तस्वीर वायरल हो रही है जोकि राहुल गांधी की है। बता दें कि राहुल गांधी जब संसद के सत्र में भाग लेने के लिए सदन की तरफ बढ़ रहे और थे उनके साथ एक सुरक्षाकर्मी भी चल रहा था। जिसके हाथ में एक छाता था जोकि राहुल गांधी को भीगने से बचा रहा था। ऐसे में राहुल गांधी और पीएम मोदी की इन दोनों फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर अपने रिएक्शन दे रहे हैं।

बता दें कि मॉनसून सत्र की इन दो तस्वीरें को लेकर लोगों का कहना है कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी हैं जो खुद अपना छाता लिए हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ‘VIP कल्चर नजर आ रहा है।’ वहीं कुछ यूजर का कहना है कि बस इसी सादगी पर तो हम पीएम मोदी पर फिदा हैं।

देखिए लोगों ने किस तरह का रिएक्शन