नई दिल्ली। यूपी एटीएस ने पाकिस्तानी फंडिंग मामले में सात लोगों को हिरासत में लिया है। जिनमें से एक नाम गाजियाबाद के फरीदनगर इलाके के रहने वाले रियाजुद्दीन का भी है। रियाजुद्दीन का पिछले 10 सालों से कैनरा बैंक में खाता था, लेकिन बीते दिनों इस खाते में एकाएक 70 लाख रुपए आ गए, जिसके बाद यूपी एटीएस हरकत में आई। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले ही रियाजुद्दीन की मुलाकात इजराउल से हुई थी और इजराउल ने बाद में रियाजुद्दीन को पैसों का प्रलोभन देकर उसके बैंक खातों को इस्तेमाल करना शुरू किया। बता दें कि इजराउल बिहार के चंपारण जिले का है, जो कि पिछले कई दिनों से रियाजुद्दीन का बैंक अकाउंट इस्तेमाल कर रहा था।
यूपी एटीएस का सबसे बड़ा एक्शन, टेरर का शातिर फाइनेंसर गिरफ्तार #UttarPradesh #UPATS #crime pic.twitter.com/MNAGY0t01h
— News18 Uttar Pradesh (@News18UP) November 14, 2023
सनद रहे कि इससे पहले यूपी एटीएस ने अलीगढ़ से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक केमिकल इंजीनियर तो दूसरा एएमयू का छात्र था। इसके बाद अब पुलिस ने सात संदिग्धों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। लेकिन इस बीच जैसे ही रियाजुद्दीन के खाते में एक साथ 70 लाख रुपए आए, तो जांच एजेंसी हरकत में आ गई। हालांकि, रियाजुद्दीन को इससे पहले हर महीने 10 हजार रुपए की राशि दी जा रही थी, लेकिन जब उसके खाते में एक साथ लाखों की रकम आई, तो हरकत में आए बैंक अधिकारियों ने इसकी जानकारी आईबी को दी, जिसके बाद आईबी ने यूपी एटीएस से संपर्क किया, तब रियाजुद्दीन को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ का सिलसिला शुरू किया गया।
बता दें कि आज से दो साल पहले रियाजुद्दीन की मुलाकात बिहार के रहने वाले इजराउल से हुई थी। इसके बाद इजराउल ने रियाजुद्दीन को हर महीने 10 हजार रुपए देने का लालच दिया। इसके बाद खुद को उसके बैंक खाते में साझेदार बना लिया। अब इजराउल ने रियाजुद्दीन को बैंक खाते का इस्तेमाल पाकिस्तान से आए पैसों को मंगाने के लिए करने लगा। लेकिन इसके बाद मामला यूपी एटीएस तक पहुंचा, तो इजराउल को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।