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मनीष गुप्ता हत्याकांड में मिली बड़ी कामयाबी, फरार चल रहे एसआई और इंसपेक्टर हुए गिरफ्तार

बता दें कि विगत शनिवार को ही प्रदेश सरकार की तरफ से इस मामले में सभी आरोपितों को पकड़ने के लिए इनाम की राशि को बढ़ाकर 1 लाख रूपए कर दिया गया था। पहने इन आरोपियों के ऊपर इनाम की राशि 25 हजार रूपए थी।

नई दिल्ली। मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि इस मामले में आरोपित एक एसआई और एक इंसपेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर कानपुर पुलिस के आईटी सेल के हवाले कर दिया गया है। इन दोनों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने के लिए इनके  ऊपर रखे गए 25 हजार रूपए के इनाम की राशि को बढ़ाकर 1 लाख रूपए कर दिया गया था, ताकि इनको जल्द से जल्द से पकड़ा जा सकें। गिरफ्तार हुए दोनों पुलिसकर्मियों में से एक का नाम जेएन सिंह बताया जा रहा है तो दूसरे का अक्षय मिश्रा। अब इन दोनों से होने वाली पूछताछ के आधार पर फरारी काट रहे अन्य पुलिसकर्मियों तक पहुंचने की राह तलाशी जाएगी।

MANISH GUPTA

 बढ़ाई गई थी इनाम की राशि

बता दें कि विगत शनिवार को ही प्रदेश सरकार की तरफ से इस मामले में सभी आरोपितों को पकड़ने के लिए इनाम की राशि को बढ़ाकर 1 लाख रूपए कर दिया गया था। पहने इन आरोपियों के ऊपर इनाम की राशि 25 हजार रूपए थी। गौर करने वाली बात यह है कि इनाम की राशि बढ़ाए जाने के बाद से यह पुलिस की पहली कामयाबी है कि दोनों ही आरोपी पकड़े जा चुके हैं। पहले इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक इसकी जांच सीबीआई की नहीं सौंपी गई। इसकी जांच अभी एसआईटी द्वारा ही की जा रही है।

दिखी थी तीक्ष्ण सियासत

इस प्रकरण को लेकर प्रदेश में उस वक्त सियासत भी दिखी थी, जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव मनीष गुप्ता के परिजनों से मुखातिब होने पहुंचे थे और उन्होंने इस मामले को लेकर योगी सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की लचर हो चुकी कानून-व्यवस्था को लेकर उन पर निशाना साधा था। वहीं, उन्होंने प्रदेश सरकार से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की थी, लकिन उनकी इस मांग पर विचार नहीं किया गया। अभी इसकी जांच एसआईटी द्वारा ही की जा रही है।

MANISH GUPTA

इसके अलावा एसआईटी ने इस मामले में मनीष के दोस्तों के भी बयान दर्ज किए थे व इस केस से जुड़े उन सभी पहलुओं तक पहुंचने की कोशिश की गई, जिसका जुड़ाव इस केस से था। खैर,अब इस मामले में दो आरोपित पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और आगे एसआईटी की तफ्तीश के दौरान अन्य आरोपित पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी कब तक हो पाती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।