करहल। यूपी के मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर सभी की नजरें टिक गई हैं। इसकी वजह समाजवादी पार्टी यानी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके मुकाबले बीजेपी से मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल हैं। अखिलेश यादव को करहल के करीब 1 लाख 44 हजार यादव वोटरों का भरोसा है, तो बघेल भी पीछे नहीं हैं। वो करहल के दलित, शाक्य और अन्य वोटों के जरिए अखिलेश यादव को कड़ी टक्कर देने के इरादे से मैदान में उतरे हैं। मैदान में उतरने के साथ ही बघेल ने अखिलेश यादव पर तगड़ा तंज कसा। उन्होंने अखिलेश की परवरिश पर सवाल खड़े कर दिए। एक टीवी चैनल से बातचीत में जब बघेल से पूछा गया कि आपने सपा का साथ क्यों छोड़ा था, तो उन्होंने कहा कि अमर सिंह का समाजवाद उन्हें पसंद नहीं आता था।
इसके ठीक बाद बघेल से पूछा गया कि क्या अमर सिंह के न रहने के बाद सपा अब बदल गई है ? इस पर बघेल ने अखिलेश का नाम लिए बगैर कहा कि इनकी परवरिश ऐसी हुई है कि सपा नहीं बदल सकती। बघेल ने ये पूछे जाने पर कि कद्दावर अखिलेश के सामने क्या उन्हें बीजेपी ने बलि का बकरा बनाकर भेजा है, कहा कि वो सपा का दुर्ग ढहाने आए हैं। एसपी सिंह बघेल ने कहा कि बकरों की बलि चढ़ती है और शेर की बलि कभी नहीं चढ़ती। उन्होंने कहा कि साल 2019 में मुझे पीएम नरेंद्र मोदी ने शेर बताकर चुनावी मैदान में उतारा था।
बता दें कि एसपी सिंह बघेल सियासत में आने से पहले अखिलेश के पिता और सपा के तत्कालीन अध्यक्ष रहे मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा में तैनात रहे थे। बाद में सपा की ओर से वो सांसद भी चुने गए। साल 2019 में बघेल ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली और फिलहाल मोदी सरकार में वो मंत्री के पद पर हैं। वो संसद के सदस्य फिरोजाबाद सीट से हैं। बघेल के मैदान में उतरने से ऐसा लग रहा है कि अखिलेश के लिए करहल सीट का चुनाव जीतना उतना आसान नहीं रह जाएगा। हर कदम पर अखिलेश को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है।