नई दिल्ली। साल 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाने वाली समाचार पोर्टल न्यूज क्लिक के खिलाफ शिकंजा कसा था। समाचार पोर्टल पर आरोप लगा था कि वह अब विदेशों में भारत के खिलाफ साजिश रच रहे लोगों के हाथों की कठपुतली बन रही है। जब इस न्यूज वेबसाइट के खिलाफ ईडी ने शिकंजा कसा तो इसको लेकर खूब बवाल भी मचा। इतना ही नहीं मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यूज क्लिक के फाउंडर और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें अंतरिम जमानत दे दी गई थी। न्यूज क्लिक के फाउंडर के खिलाफ दिल्ली पुलिस आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज किया था। लेकिन, बाद में उन्हें राहत मिल गई थी। इसके अलावा भाजपा ने न्यूजक्लिक पर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे। पार्टी ने इस न्यूज वेबसाइट को लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ जहर उगलने करने का आरोप लगाया था। साथ ही विदेशी फंडिंग पर भी सवाल खड़े किए थे। इसी बीच अब भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाने वाली न्यूज क्लिक का फिर से विदेशी कनेक्शन सामने आया है। अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक का चीनी कनेक्शन उजागर किया है।
जानें क्या है पूरा माजरा-
दरअसल, हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने चीनी प्रचार वैश्विक वित्तीय नेटवर्क पर एक विस्तृत रिपोर्ट ने अपने अखबार में प्रकाशित की है, जहां भारतीय मीडिया न्यूज़क्लिक को एक लाभार्थी बताया गया है। यही नहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूजक्लिक के खिलाफ ईडी को कार्रवाई के दौरान 38 करोड़ रुपए मिलने की बात कही है। न्यूयॉर्क टाइम्स में कहा गया है कि इस विशेष नेटवर्क का नेतृत्व USA के तकनीकी व्यवसायी नेविल रॉय सिंघम के माध्यम से किया जाता है, जो वैश्विक मीडिया में चीनी कथा फैलाने के उद्देश्य से सीधे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीसीपी) के साथ मिलीभगत करता है।
NYT has published a detailed report on Chinese propaganda global financial network where Indian media NewsClick is one beneficiary.
ED raids on Newsclick in 2021 revealed that the portal received ₹38cr from China in span of three years.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) August 6, 2023
इतना ही नहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईडी का हवाला देते हुए कहा कि धनराशि भीमा कोरेगांव का आरोपी शहरी नक्सली यूएपीए आरोपी गौतम नवलखा और एक सीपीएम पदाधिकारी को भी भेजी गई है। बता दें कि बीते दिनों प्रबीर पुरकायस्थ और हिटमैन पत्रकार रवि नायर राफेल सौदे और भारत के अन्य रणनीतिक आर्थिक या रक्षा विकास पर एक के बाद एक हमले करते हैं, जो निश्चित रूप से चीन को परेशान करता है।
बता दें कि रवि नायर एक ऑस्ट्रेलियाई एनजीओ द्वारा वित्त पोषित प्रचार पोर्टल अडानी वॉच के लिए भी लेख लिखते हैं। इस पोर्टल का पूरा मकसद भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडाणी को टारगेट करना है। इसके अलावा न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, उन्हें बस वर्तमान सरकार, पीएम मोदी, सीएम योगी, बीजेपी, आरएसएस के खिलाफ लगातार लिखना है, अर्थव्यवस्था पर हमला करना है, सामाजिक ताने-बाने पर हमला करना है, हर उस चीज़ पर हमला करना है, जो उनके मालिक के हित में है, जिसमें सरकारें और निगम शामिल हैं।
ED said the funds are routed to urban naxal UAPA accused Gautam Navlakha and one CPM office bearer too.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) August 6, 2023
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में संचालित हो रहे अन्य न्यूज वेबसाइटों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें कहा गया है कि क्या आपने कभी सोचा है कि न्यूज़क्लिक जैसी अन्य न्यूज वेबसाइट कैसे भ्रामक और कल्पना से परे पाखंडी हैं? एक तरह से, इनका कोई अस्तित्व नहीं है। ऐसे समाचार संगठनों में काम करने वाले महज अच्छी सैलरी वाली नौकरी कर रहे हैं और वास्तव में उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि वेतन चीन या गैर-राज्य निकायों से आ रहा है। बहरहाल अभी तक इस रिपोर्ट पर न्यूज क्लिक की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।