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Kashmir: ‘कश्मीर में चुनाव कराने से डरती है भाजपा क्योंकि’..उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर साधा जोरदार निशाना

Kashmir: उमर अब्दुल्ला ने दृढ़ता के साथ कहा, “इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने से डरती है। वे राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या से पूरी तरह वाकिफ हैं और यह उन्हें मतदाताओं का सामना करने से रोकने वाले कारणों में से एक है।”

नई दिल्ली। बुधवार को बड़े ही हमलावर अंदाज में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता, उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में युवा बेरोजगारी की बढ़ती दर को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। अब्दुल्ला ने केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी पर बढ़ती बेरोजगारी के कारण केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने से बचने का आरोप लगाया। एक कार्यक्रम के दौरान युवाओं से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी की चिंताजनक स्थिति पर प्रकाश डाला और क्षेत्र में विधानसभा चुनाव कराने से कतराने के लिए सीधे तौर पर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बढ़ती बेरोजगारी दर उन कई कारणों में से एक है जिसके चलते भाजपा केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराने को लेकर आशंकित है।

उमर अब्दुल्ला ने दृढ़ता के साथ कहा, “इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने से डरती है। वे राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या से पूरी तरह वाकिफ हैं और यह उन्हें मतदाताओं का सामना करने से रोकने वाले कारणों में से एक है।”

पूर्व मुख्यमंत्री की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब जम्मू-कश्मीर आर्थिक मंदी और युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की कमी से जूझ रहा है। इसके साथ ही उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के प्रति भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की नीतियों की मुखर आलोचक रही है। अगस्त 2019 में इस क्षेत्र की विशेष स्थिति को रद्द कर दिया गया था, और तब से कई राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव हुए हैं।