नई दिल्ली। बीते गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे राकेश टिकैत एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रो पड़े। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहा है। बताया जा रहा है कि टिकैत के रोने की वजह से उनके आंदोलन को एक नई दिशा मिल गई है। जहां एक समय राकेश टिकैत के पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की अटकलें लगाईं जा रही थीं तो वहीं अब गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन को फिर से मजबूती मिल रही है। बताया जा रहा है कि इसके पीछे राकेश टिकैत का रोना अहम वजह माना जा रहा है। वहीं अब टिकैत के रोने को लेकर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा ने अपने एक ट्वीट में दावा किया है कि टिकैत को रोने से पहले खालिस्तानियों ने टेंट के अंदर पीटा था और बाद में वो प्रेस कांफ्रेंस में आकर रो पड़े?
गौरतलब है कि 30 जनवरी की सुबह कपिल मिश्रा ने अपने एक ट्वीट में एक खबर की लिंक शेयर की है। इसके साथ कपिल मिश्रा ने कैप्शन में लिखा है कि, “Very Big : टिकैत के रोने से पहले खालिस्तानियों ने टैंट के अंदर की थी टिकैत की पिटाई ? प्रेस कांफ्रेस से पहले टिकैत को कुछ कट्टर सिखों ने थप्पड़ और लातों से मारा था और पैसे वापस देने की डेडलाइन दी।”
वहीं जिस खबर को कपिल मिश्रा ने शेयर किया है उसमें कहा गया है कि, “प्रेस कांफ्रेंस से चंद मिनट पहले इस आंदोलन के लिए पैसे दे रहे खालिस्तानियों की एक टीम टिकैत से मिलने गयी थी। वो टीम टिकैत से बहुत नाराज थी।” खबर में दावा किया गया है कि, “उपस्थित लोगों का कहना है कि कुछ सरदार सबके सामने ही टिकैत को मां बहन की गालियां देते हुए अंदर लेकर गए। सूत्रों का कहना हैं कि अंदर टिकैत को ना केवल थप्पड़ मारे गए बल्कि उनमे से एक खालिस्तानी ने टिकैत को लात मारकर जमीन पर गिरा दिया था।”
फिलहाल इस खबर में सच्चाई कितनी है, इसकी पुष्टि हम नहीं करते हैं, टिकैत की पिटाई का दावा कपिल मिश्रा के ट्वीट में किया गया है। वहीं कपिल मिश्रा के इस ट्वीट में लोगों ने कुछ इस तरह के रिप्लाई दिए…
जब तक आप नरेंद्र मोदी के खिलाफ थे – आप किसान थे
जब तक आप कृषि बिल के खिलाफ थे – आप किसान थे
जब तक आप भारत-सरकार के भी खिलाफ थे – तब भी आप किसान थे
लेकिन जब आप तिरंगे के खिलाफ हुए तो आप भारत की सवा सौ करोड़ जनता के खिलाफ हो गए कल तक आप किसान थे अब नही…!
— Satyananda Panigrahi (@SatyaPani1991) January 30, 2021
वैसे ये इनका ख़ानदानी कला हैं… जब बहन ही ने २००८ में इनके पिताजी को इनके सिसौली वाले बिल खींच के बाहर निकाला था तब वो भी ऐसे ही नाटक किया था… और बहन जी को अपना बेटी समान बता रहा था…
— Rajeev Venkat (@RVenkat_India) January 30, 2021
Ye khabar ekdum pakki hai…this professional agitator this time has got huge funds from khalistani…after d cases registered this coward tried 2 end protest n surrender..but at end time behind stage, khalistani handlers at ghazipur abused, slapped n beaten him.
Thats the truth.— Nindak Bhakt (@amitjain009) January 30, 2021
tikait dangayi hai. pic.twitter.com/cBhMScuoqe
— sandpaper smith (@cheecheenehru) January 30, 2021
ये है तीकैत के रोने की वजह ? pic.twitter.com/zww1GiKzno
— Manoj Tripathi (@ManojT_CA) January 30, 2021
On a lighter note, Inko dekhkar last year Gandhi jayanti par ek SP neta ka yah stunt yaad aaya ??https://t.co/RkHhD79vYv
— Gmagicrox (@GeetaRaavi) January 30, 2021
न जाने कब भोले-भाले लोग इस धूर्त को समझेंगे
जब सरकार ने नए किसान कानून बनाए तक इस राकेश टिकैत ने उसका स्वागत किया और कहा कि सरकार ने हम किसानों की वर्षों पुरानी मांग पूरी की है
कुछ दिनों बाद इसे मोटे-मोटे सूटकेस मिले उसके बाद यह दोगला,देशद्रोही बदल गया
— Manoj Kumar (@ManojKu00264210) January 30, 2021
?? राजनीति नहीं आती bjp को,इस गेंडे को सिर्फ पैसे की भूख है! टिकैत पैसे का लोभी है,जो देगा उधर खिसक जाएगा
— RW-India (@RWIndia1) January 30, 2021