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BJP MP’s Raise Slogan In Parliament: ‘तीसरी बार मोदी सरकार, बार-बार मोदी सरकार’, विधानसभा चुनावों में जीत से उत्साहित बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में की नारेबाजी, खिलखिलाते दिखे पीएम

पीएम मोदी की जबरदस्त चुनावी रैलियों और रोड-शो की बदौलत राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जनता ने कांग्रेस को हटाकर बीजेपी को सत्ता सौंपी है। वहीं, बीजेपी ने मध्यप्रदेश में भी वोटों की सुनामी अपने पक्ष में करते हुए कांग्रेस की सत्ता हासिल करने की चाहत पर ग्रहण लगा दिया है।

नई दिल्ली। संसद का आज से शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। इस सत्र के पहले दिन लोकसभा में अभूतपूर्व नजारा दिखा। यहां पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बीजेपी के सांसदों ने तीसरी बार मोदी सरकार और बार-बार मोदी सरकार के नारे लगाए। इस दौरान पीएम मोदी अपने बगल में बैठे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से खिलखिलाते हुए बात करते दिखाई दिए। पीएम मोदी की जबरदस्त चुनावी रैलियों और रोड-शो की बदौलत राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जनता ने कांग्रेस को हटाकर बीजेपी को सत्ता सौंपी है। वहीं, बीजेपी ने मध्यप्रदेश में भी वोटों की सुनामी अपने पक्ष में करते हुए कांग्रेस की सत्ता हासिल करने की चाहत पर ग्रहण लगा दिया है। निश्चित तौर पर बीजेपी के लिए तीनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत बहुत महत्वपूर्ण और उत्साह बढ़ाने वाली रही है।

इससे पहले संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को नसीहत दी थी कि वो सदन को चलाने में सहयोग दे और हार का गुस्सा संसद के भीतर न निकाले। पीएम मोदी ने संसद सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत उत्साहजनक है। उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक तापमान भी बढ़ रहा है। इसके बाद ही पीएम ने विपक्ष के लिए कहा कि विधानसभा चुनाव नतीजों में पराजय का गुस्सा वे संसद के भीतर न निकालें। पीएम मोदी ने विपक्ष के लिए कहा कि आपको देश के लिए सकारात्मक संदेश देना चाहिए। इससे आपका फायदा होगा। मोदी ने कहा कि अगर विपक्ष की छवि विरोध और नकारात्मक की बनी, तो ये लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भी अहम भूमिका है।

पीएम मोदी की ये नसीहत विपक्ष कितना मानता है, ये तो वक्त बताएगा, लेकिन महुआ मोइत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले और आईपीसी और सीआरपीसी की जगह नए बिल और मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी बिल लाने के मुद्दों पर विपक्ष अपनी नाराजगी पहले से जताता रहा है। ऐसे में संसद के शीतकालीन सत्र में भी हंगामे के खूब आसार हैं। मौजूदा लोकसभा के कार्यकाल का ये अंतिम शीतकालीन सत्र है। ऐसे में मोदी सरकार तमाम जरूरी बिलों को इस सत्र में पास कराने की हरसंभव कोशिश करने वाली है।