अलीगढ़। कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद लगातार तूल पकड़ रहा है। यूपी के अलीगढ़ में इस मामले के विरोध में बुर्का जलाने की कोशिश हुई। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हिजाब विवाद के विरोध में बुर्का जलाने की कोशिश की और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी AMU की तरफ मार्च निकालने के लिए कदम बढ़ाए, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। जानकारी के मुताबिक हिजाब के विरोध में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह लोधी के साथ अलीगढ़ के सेंटर प्वॉइंट पहुंचे। सभी के हाथ में तिरंगे थे। सेंटर प्वॉइंट पर इन कार्यकर्ताओं ने एएमयू की तरफ मार्च निकालने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें स्टेट बैंक के पास रोक दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने बुर्का जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और बुर्का छीन लिया।
बता दें कि इससे पहले अलीगढ़ के ही धर्म समाज कॉलेज में कुछ छात्रों ने भगवा अंगवस्त्र पहनकर क्लास में बैठकर पढ़ाई की थी। वहीं, एएमयू में हिजाब के समर्थन में मार्च निकाला गया था। इसके बाद धर्म समाज कॉलेज ने ड्रेस कोड के बारे में नोटिस जारी किया था। इसमें कहा गया था कि सभी छात्रों को कॉलेज की निर्धारित यूनिफॉर्म ही पहननी होगी। अगर वे कुछ और पहनकर आए, तो कॉलेज प्रशासन उन्हें घुसने नहीं देगा। कॉलेज प्रशासन के इस फैसले और एएमयू में हिजाब के समर्थन में निकले मार्च के खिलाफ ही एबीवीपी के कार्यकर्ता बुर्का जलाने की कोशिश कर रहे थे।
अलीगढ़ में हिजाब पर बढ़ा बवाल, कुछ युवकों ने शहर के चौराहे पर बुर्का जलाने का किया प्रयास, नारे भी लगाये…. वीडियो वायरल pic.twitter.com/HpUfpDJEOI
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) February 18, 2022
उधर, कर्नाटक हाइकोर्ट में हिजाब विवाद पर सुनवाई जारी है। ये सुनवाई आज भी होगी। इससे पहले शुक्रवार को राज्य सरकार के वकील ने कहा कि हिजाब और बुर्का कुरान के मुताबिक इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं हैं। इससे पहले 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज न जाने देने के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दी थी। इन छात्राओं के वकील का कांग्रेस से सीधा कनेक्शन सामने आया था। छात्राओं के वकील अब तक साबित नहीं कर सके हैं कि हिजाब और इस्लाम का आपस में कोई संबंध है।