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Gujarat Election 2022: गुजरात चुनाव से पहले बीजेपी की बड़ी कार्रवाई, बागी नेताओं को किया सस्पेंड

गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है। सभी दल अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने की दिशा में जुट चुके हैं। आगामी 1 और 4 दिसंबर को प्रदेश में चुनाव होने हैं। दो चरणों में प्रदेश में चुनाव होने हैं और नतीजों की घोषणा आगामी 8 दिसंबर को होगी। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में प्रदेश की सियासी स्थिति क्या रुख अख्तियार करेगी।

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी खेमे से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने सभी बागी नेताओं को सकते में डाल दिया है। इस खबर के बाद बागी बनने की राह पकड़ने वाले नेताओं में खौफ का आलम है। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं अगला नंबर उनका तो नहीं आ जाएगा। जी हां… बिल्कुल…आप बिल्कुल सही समझने की ही कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, खबर है कि बीजेपी ने अपने सात बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है और ध्यान देने वाली बात है कि यह कार्रवाई गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की गई है।

BJP to stake claim to form govt in Goa on Monday | India News - Times of India

आपको बता दें कि हर्षद वसावा, छत्रसिंह गुंजरिया, अरविंद लाडानी, केतन पटेल, भरत चावड़ा, उदय शाह और करण बरैया को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। तीन और बागी मधु श्रीवास्तव, दीनूभाई पटेल (दिनुम्मा), और धवलसिंह झाला को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी थी, लेकिन इन्होंने काफी पहले पार्टी आलाकमान को इस्तीफा दे दिया था। गुजरात बीजेपी अध्य़क्ष सी आर पाटिल ने यह कार्रवाई की है, जिसकी अभी चौतरफा चर्चा हो रही है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में क्या कुछ स्थिति देखने को मिलती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन एक बात साफ है कि पार्टी के खिलाफ बगावती राह अख्तियार करने वालों में उक्त फैसले के बाद खौफ पसरा हुआ है।


आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है। सभी दल अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने की दिशा में जुट चुके हैं। आगामी 1 और 4 दिसंबर को प्रदेश में चुनाव होने हैं। दो चरणों में प्रदेश में चुनाव होने हैं और नतीजों की घोषणा आगामी 8 दिसंबर को होगी। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में प्रदेश की सियासी स्थिति क्या रुख अख्तियार करेगी। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। आगामी चुनाव में प्रदेश में किसका डंका बजता है। यह जानने के लिए भी सभी काफी उत्सुक हैं, लेकिन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको 8 दिसंबर का इंतजार करना होगा।