नई दिल्ली। चंडीगढ़ में हाल ही में हुए मेयर चुनाव ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, ऐसी खबरें आ रही हैं कि नवनिर्वाचित मेयर मनोज सोनाकर सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई से पहले अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। यह खबर ऐसे समय में आई है जब तीन विपक्षी पार्षदों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं, जिससे आम आदमी पार्टी (आप) को झटका लग सकता है। जिन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने की अफवाह है उनमें पूनम, नेहा मुसावत और गुरुचरण सिंह काला शामिल हैं।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मेयर मनोज सोनाकर के इस्तीफे की संभावना ने लोगों को हैरान कर दिया है। कांग्रेस और आप ने भाजपा की जीत में गड़बड़ी का आरोप लगाया है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा और चुनावी कदाचार के संबंध में सुनवाई चल रही है। भाजपा का लक्ष्य परिषद में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए तीन आप पार्षदों को शामिल करके अपनी स्थिति मजबूत करना है।
इसके अलावा, ऐसी अटकलें हैं कि यदि मेयर के लिए दोबारा चुनाव होता है, तो भाजपा फिर से मनोज सोनाकर को नामांकित नहीं करेगी। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा आप और कांग्रेस के कई पार्षदों के साथ लगातार संपर्क में है, संभवत: उनका लक्ष्य उन्हें पाला बदलने के लिए राजी करना है। मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है, जिससे विपक्षी पार्षदों से समर्थन जुटाने की भाजपा की कोशिशें और तेज हो जाएंगी। इसके अतिरिक्त, आप की दो महिला पार्षदों के संभावित रूप से भाजपा में शामिल होने की भी चर्चा चल रही है।