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Haryana Violence: हरियाणा के नूंह में केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां तैनात, वीएचपी की यात्रा के दौरान जमकर हुई थी सांप्रदायिक हिंसा, सोहना में भी सुरक्षा कड़ी

नूंह से सोहना तक भड़की हिंसा को देखकर साफ हो गया कि इस मामले में कितनी बड़ी इंटेलिजेंस की चूक रही। लोग पत्थर और आगजनी का सामान जुटाते रहे, लेकिन स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा सरकार इस पहलू की भी जांच करवा रही है कि आखिर पुलिस को पहले पता क्यों नहीं चला।

नूंह। हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम के सोहना में सोमवार को हुई हिंसा के बाद अभी हालात नियंत्रण में हैं। नूंह में ही केंद्रीय बलों की 20 कंपनियों की तैनाती की गई है। गुरुग्राम पुलिस ने सोहना में बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। नूंह से हिंसा की शुरुआत अचानक हुई थी। बाद में सोहना तक उपद्रवियों ने जमकर तांडव किया था। हिंसा का पूरा मामला विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की एक यात्रा के दौरान हुआ था। नूंह के एक मंदिर से वीएचपी ने यात्रा निकाली थी। यात्रा करीब 1 किलोमीटर ही चली होगी कि दूसरे समुदाय की भीड़ ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी। हालात को संभालने में पुलिस के पसीने छूट गए। एक मंदिर में हजारों लोग फंस गए थे। इनको उपद्रवियों की भीड़ के बीच से बमुश्किल बचाकर निकाला गया। हिंसा में 2 होमगार्ड को भी जान गंवानी पड़ी है।

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हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने न्यूज चैनल आजतक से कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। अभी कुछ कहना सही नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि वीएचपी की यात्रा के दौरान नियम के मुताबिक पुलिस की तैनाती की गई थी। अनिल विज ने कहा कि अभी ये देखा जा रहा है कि अचानक हिंसा क्यों भड़की और उपद्रव कराने में किन लोगों का हाथ है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को हरियाणा सरकार बचकर जाने नहीं देगी। इस बीच, गुरुग्राम प्रशासन ने अपने जिले में सभी स्कूल-कॉलेजों को आज बंद करने का आदेश दिया है। नूंह में मोबाइल के साथ ही अन्य सभी तरीकों से इंटरनेट एक्सेस करने को बंद कर दिया गया है।

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नूंह से गुरुग्राम के सोहना तक भड़की हिंसा को देखकर साफ हो गया कि इस मामले में कितनी बड़ी इंटेलिजेंस की चूक रही। लोग पत्थर और आगजनी का सामान जुटाते रहे, लेकिन स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा सरकार इस पहलू की भी जांच करवा रही है कि आखिर नूंह और गुरुग्राम का पुलिस प्रशासन किस तरह पहले से ही उपद्रवियों के इरादों के बारे में जान नहीं सका।