रायपुर। छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हाथ ताकतवर ब्यूरोक्रेट सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी हो गई। इससे राज्य के सीएम भूपेश बघेल बिफर गए। बघेल ने इस मामले में सियासत का आरोप लगाया है। ईडी ने सौम्या पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है। कोर्ट ने सौम्या को 4 दिन की ईडी रिमांड पर दे दिया। जिसके बाद भूपेश बघेल ने बयान जारी किया। बघेल ने ट्विटर पर लिखा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी राजनीतिक कार्रवाई है। हम इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। भूपेश बघेल के इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने उनको पलटकर आईना दिखा दिया। लोगों ने किस तरह के कमेंट किए, ये आप नीचे दिए बघेल के ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में देख सकते हैं।
जैसा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई है।
हम इसके ख़िलाफ़ पूरी ताक़त से लड़ेंगे।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 2, 2022
भूपेश बघेल अपनी उप सचिव की गिरफ्तारी पर बिगड़ तो गए, लेकिन विपक्षी बीजेपी लगातार उनको इस मामले में घेरती रही है। बीती 28 नवंबर को पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने इस मामले में बघेल पर निशाना तक साधा था। रमन सिंह ने कहा था कि जिनके हाथ कोयले की कालिख और कमीशन की कमाई से रंगे हैं, उनके रिमोट का बटन दबते ही दाऊ (भूपेश बघेल) तुरंत ट्वीट करके अपनी ड्यूटी पूरी करते हैं। रमन सिंह ने ये आरोप भी लगाया था कि भूपेश बघेल का समर्पण भ्रष्टाचारियों के लिए है।
ईडी ने इससे पहले अक्टूबर में राज्य के आईएएस अफसर समीर बिश्नोई और 2 अन्य को भी गिरफ्तार किया था। सारा मामला इनकम टैक्स विभाग की शिकायत का है। आरोप है कि एक बड़ा घोटाला हुआ। जिसमें बड़े ब्यूरोक्रेट, व्यापारी, नेता और बिचौलिए शामिल हैं। ईडी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में प्रति टन कोयले की ढुलाई में 25 रुपए की उगाही की गई। इससे पहले भूपेश बघेल ने पिछले हफ्ते ईडी पर हद पार करने और अमानवीय व्यवहार का आरोप भी लगाया था। इस मामले में सौम्या चौरसिया के घर पर 2020 की फरवरी में इनकम टैक्स ने छापा भी मारा था। तब भी बघेल ने इसे सियासी बदला बताया था। उन्होंने कहा था कि ऐसा करके छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। जबकि, इनकम टैक्स का कहना था कि उसे 100 करोड़ के हवाले के सबूत मिले हैं।