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Bharat Jodo Nyay Yatra: ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान बवाल, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प, CM हिमंता ने दिया राहुल के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश

Bharat Jodo Nyay Yatra: दरअसल, राहुल गांधी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को असम पुलिस ने कुछ रास्तों से यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी। पुलिस ने प्रतिबंधित मार्गों पर रास्तों को रोकने के मकसद से बैरिकेड लगा दिए, जिसका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, लेकिन किसी को पता नहीं था कि यह जुबानी विरोध हाथापाई में तब्दील हो जाएगी।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार के विरोध में सियासी माहौल पैदा करने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा की शुरुआत उन्होंने हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर से की है। फिलहाल, यह यात्रा असम में है, जिसे लेकर विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है। दरअसल, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने राहुल को कुछ जगहों से यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी है, जिसे लेकर राहुल और हिमंता शर्मा के बीच विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है। वहीं, अब बात नोकझोंक तक आ चुकी है, जिस पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कड़ा संज्ञान लेकर राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करने का भी निर्देश दिया है। सीएम हिमंता ने कहा कि मैंने इस मामले को लेकर डीजीपी से बात की है। आगामी दिनों में राहुल गांधी के खिलाफ कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी। यह दंगा-फसाद करना असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं है। आइए, आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

जानिए पूरा माजरा

दरअसल, राहुल गांधी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को असम पुलिस ने कुछ रास्तों से यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी। पुलिस ने प्रतिबंधित मार्गों पर रास्तों को रोकने के मकसद से बैरिकेड लगा दिए, जिसका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, लेकिन किसी को पता नहीं था कि यह जुबानी विरोध हाथापाई में तब्दील हो जाएगी।


जी हां….कल तक जुबानी विरोध करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ भी हाथापाई की, जिसके बाद स्थिति काफी अवरूद्ध हो गई। कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तक गिरा दिए , जिसका वीडियो भी सामने आया है। वहीं, सीएम हिमंता ने इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस हरकत को उन्होंने ‘नक्सली संस्कृति’ बताया है। आइए, अब आगे आपको बताते हैं कि राहुल का इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है?

क्या बोले राहुल गांधी

वहीं, राहुल गांधी ने भी इस पूरे मसले पर बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को यहां चुनावी रैली करने की इजाजत मिली थी, लेकिन असम सरकार हमें रोक रही है, मगर मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम या हमारी पार्टी रूकेगी नहीं। हम इस सरकार की तानाशाही रवैये के खिलाफ लगातार बोलते रहेंगे। बता दें कि बीते दिनों राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में लोगों ने जय श्री राम और मोदी-मोदी के नारे भी लगाए थे, जिसके जवाब में राहुल ने फ्लाइंग किस किया था।