नई दिल्ली। किसी न किसी मसले पर अपनी बेबाकी जाहिर करना हर हिंदुस्तानी सियासी सूरमाओं की फितरत में शुमार है। शायद ही ऐसा कोई राजनेता होगा, जिसे किसी समसामयिक मसलों पर अपनी राय सार्वजनिक करना पसंद न हो। कई बार राजनेताओं के इन बयानों का स्वागत किया जाता है, तो कई बार विरोध। अब तक आप इतना सब कुछ पढ़ने के बाद समझ ही गए होंगे कि आगे हम आपको क्या बताने वाले हैं, तो बिल्कुल सही फरमाया आपने, आगे हम आपको एक ऐसे राजनेता के बयान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे लेकर अभी चर्चाओं का बजार गुलजार है। आपको बताते चलें कि कांग्रेस नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी नेता जेपी नड्डा के दौरे को लेकर बड़ा बयान दिया है। इसके अलावा उन्होंने मुख्तलिफ मसलों पर भी अपनी राय रखी है। पहले तो उन्होंने अभी हाल ही में गए जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे को लेकर अपनी बात रखी है। इसके बाद उन्होंने करौली में हुई हिंसा को लेकर अपने विचार सार्वजनिक किए। आइए, आगे की रिपोर्ट में हम आपको पूरा माजरा तफसील से बताते हैं।
‘ये लोग आग लगाने आते हैं’- गहलोत
तो चलिए पहले आपको बताते हैं कि उन्होंने जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे को लेकर क्या कुछ कहा है। उन्होंने जेपी नड्डा के दौरे को लेकर कहा कि ये लोग आग लगाने के लिए आते हैं। पहले ये आए हैं। फिर अमित शाह आएंगे। फिर बीजेपी के दूसरे नेता आएंगे। इन लोगों को कोई काम नहीं है। ये लोग बस आग लागना जानते हैं, तो इतना सबकुछ पढ़ने के उपरांत आप यह समझ ही गए होंगे कि गहलोत नड्डा पर कितना भड़के हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश में खतरनाक माहौल है। देश में हिंदू-मुस्लिम कर दिया गया है। आखिर हिंदू होने पर हमें भी गर्व है। महात्मा गांधी भी हिंदू ही थे, लेकिन शायद यह लोग ये बात भूल रहे हैं कि हिंदू धर्म सभी धर्मों का सम्मान करना सीखाता है। इस बीच उन्होंने आगे भी कई मसलों को लेकर अपनी बात रखी है। गहलोत ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में करौली हिंसा पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, लेकिन माना जा रहा है कि करौली हिंसा पर वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री रूढ़ हो गए। तो चलिए आगे आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने करौली हिंसा पर क्या कुछ कहा।
Rajasthan CM Ashok Gehlot on Karoli violence
“PM should take responsibility and condemn recent communal violence in Rajasthan. It’s his duty to maintain law of the land” pic.twitter.com/8kW2Pk0mIm
— Ashish (@aashishNRP) April 4, 2022
करौली हिंसा पर क्या बोले गहलोत
गहलोत ने करौली हिंसा पर कहा कि करौली में जो कुछ भी हुआ है, वह निंदनीय है। पुलिस इस प्रकरण की जांच करेगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश सरकार अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि करौली हिंसा की जांच करने हेतु टीम का गठन किया जा चुका है। जांच संपन्न होने के बाद रिपोर्ट बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।
प्रारंभ से ही प्रदेश सरकार की यह कोशिश रही है कि अपराधियों पर शिकंजा कसा जा जाए। इस बीच उन्होंने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के नाम तारीफों के कसीदे भी पढ़े। चलिए, आगे जानते हैं कि उन्होंने नितिन गड़करी के बारे में क्या कुछ कहा।
नितिन गडकरी के मुरीद हुए गहलोत
दरअसल, गहलोत ने नितिन गडकरी के उस बयान की तारीफ की जिमसें उन्होंने कहा था कि भारतीय राजनीति में अगर कोई विपक्ष की भूमिका निभा सकता है, तो वो केवल कांग्रेस है। गहलोत ने नितिन गड़करी के उक्त बयान का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी वाले कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देते हैं। अब ऐसे लोगों को जरा नितिन गडकरी को भी सुन लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देते हैं, वो लोग खुद मुक्त हो जाएंगे, लेकिन कांग्रेस कभी मुक्त नहीं होगी। बता दें कि उक्त बातें गहलोत ने बीते दिनों मीडिया से मखातिब होने के क्रम में कही है। ध्यान रहे कि उनके द्वारा दिया गया उक्त बयान अभी सोशल मीडिया की दुनिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। बता दें कि आमतौर पर गहलोत किसी न किसी मसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन अफसोस उनकी यह कोशिश कभी कामयाब नहीं हो पाती है, इसके विपरीत उन्हें खुद लोगों के कहर का शिकार होना पड़ जाता है। बहरहाल, अब ऐसी स्थिति में यह देखना होगा कि आगे चलकर गहलोत सरकार के रहनुमाई में करौली हिंसा पर क्या कुछ जांच की जाती और अपराधी कब तक पुलिस की गिरफ्त में आ पाते हैं?