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UP: साल के आखिरी सप्ताह में सीएम योगी ने कैंसिल की अफसरों की छुट्टी, दी ये अहम जिम्मेदारी

Yogi Government: साल के आखिरी हफ्ते में अफसर छुट्टियां मनाने के लिए अवकाश ले लेते हैं लेकिन इस बार योगी सरकार(CM Yogi) ने उन्हें कई अहम काम सौंप दिए हैं।

नई दिल्ली। कोरोना संकट के चलते उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस साल के आखिरी सप्ताह में छुट्टियों पर जा रहे अधिकारियों के अवकाश रद्द कर दिए हैं। योगी सरकार ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वो गांव-गांव जाकर धान क्रय केंद्र, गोशाला और कोविड केयर सेंटर की जांच पड़ताल करें। बता दें कि साल के आखिरी हफ्ते में अफसर छुट्टियां मनाने के लिए अवकाश ले लेते हैं लेकिन इस बार योगी सरकार ने उन्हें कई अहम काम सौंप दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान का असर अब कुछ ऐसा है कि सूबे के सचिव और कमिश्नर स्तर के अधिकारी गांव-गांव जाकर धान क्रय केंद्र, गोशाला और कोविड केयर सेंटर की जांच पड़ताल और रियलिटी चेक कर रहे हैं। वहीं सीएम योगी के इस फरमान के पीछे माना जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से गोवंश की बदहाली को लेकर जिस तरीके से सवाल किया गया था, उसको लेकर योगी सरकार अब पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी गड़बड़ी को लेकर सख्ती के मूड में नजर आ रही है।

CM Yogi Angry

बता दें कि यूपी कांग्रेस ने गोवंश की बदहाली को लेकर योगी सरकार के खिलाफ मुहिम छेड़ दी थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुंदेलखंड के ललितपुर से गाय बचाओ-किसान बचाओ यात्रा निकाली। इसको लेकर उन्होंने योगी सरकार को जमकर घेरा। माना जा रहा है कि यही वजह है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने तमाम आला अधिकारियों को उन-उन जिलों में भेजने का फरमान जारी कर दिया जहां के वह नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। अब हालत ये है कि सूबे के तमाम आला अधिकारी अलग-अलग जिलों में पहुंचे और वहां पर हालात का जायजा लेने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी।

CM Yogi Adityanath

इस कड़ी में धान की खरीद का सही-सही हाल जानने के लिए वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इस धान क्रय केंद्र से ही उन किसानों को फोन मिलाकर धान खरीद का रियलिटी चेक भी किया जिन्होंने पूर्व में अपने धान की बिक्री इस क्रय केंद्र पर की थी। इसके अलावा हरदोई जिले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर नोडल अधिकारी उत्तर प्रदेश शासन की प्रमुख सचिव डिम्पल वर्मा ने किसान की तरह धान के ढेर पर बैठकर धान क्रय केंद्रों का हाल जाना। वहीं मऊ जिले के नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए धान क्रय केंद्र के सचिव और लेखपाल को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। साफ है कि योगी सरकार के निर्देश पर अब जहां भी गड़बड़ी मिल रही है, वहां जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है।