मुर्शिदाबाद। 28 विपक्षी दलों ने इंडिया नाम का गठबंधन तो बना लिया है, लेकिन इस गठबंधन के दलों में अंतर्विरोध और हायतौबा आए दिन दिख रही है। पश्चिम बंगाल में खासकर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के इस एलान से कि वो किसी से गठबंधन नहीं करेंगी, कांग्रेस नाराजगी जता रही है। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसी पर अब बयान दिया है। अधीर रंजन ने कहा कि टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी तो लोकसभा चुनाव में बंगाल में किसी गठबंधन में दिलचस्पी नहीं रखतीं। मुर्शिदाबाद में मीडिया से अधीर रंजन ने कहा कि मुख्यमंत्री कोई गठबंधन नहीं चाहतीं क्योंकि उनको समस्या होगी। उन्होंने खुद गठबंधन की संभावना को खत्म किया है।
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि कांग्रेस अपनी चुनावी तैयारी कर रही है। इससे कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ता कि साथ में कौन आ रहा है और कौन छोड़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि मुर्शिदाबाद में कई बार कांग्रेस ने टीएमसी और बीजेपी को चुनाव में हराया है और अगले लोकसभा चुनाव में फिर हराएंगे। इससे पहले नवंबर में कांग्रेस के बंगाल से सांसद अबू हाशेम खान चौधरी उर्फ डालू ने कहा था कि टीएमसी ने अगले लोकसभा चुनाव में बंगाल में मालदा दक्षिण और बरहमपुर की सीटें कांग्रेस को देने की बात कही है। डालू ने कहा था कि कांग्रेस और भी सीटों की तलाश कर रही है। उन्होंने ये भी कहा था कि टीएमसी से गठबंधन में दिक्कत नहीं होगी।
डालू के इन दावों पर बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पानी डाल दिया था। ममता ने बीते दिनों साफ कर दिया था कि बंगाल में टीएमसी किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी। ममता ने कहा था कि टीएमसी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। ममता पहले भी कांग्रेस और सीपीएम के बीच चुनावी तालमेल को लेकर नाराजगी जताती रही हैं। बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। इनमें से टीएमसी ने 2019 में 22 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को सिर्फ 2 ही सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, बीजेपी ने भी 17 सीटें हासिल की थीं। इस बार बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 35 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। जबकि, ममता बनर्जी दावा कर चुकी हैं कि सभी सीटों पर टीएमसी जीत दर्ज करेगी।