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Congress: सुष्मिता देव के कांग्रेस छोड़ने के बाद कपिल सिब्बल का आलाकमान पर निशाना, गांधी परिवार की तुलना ‘महाभारत’ के इस कैरेक्टर से की

Congress: कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन 23 वरिष्ठ नेताओं में हैं, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की लगातार हार के बाद पार्टी आलाकमान के कामकाज के तरीके पर सवाल खड़े किए थे। इन 23 नेताओं में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी के अलावा गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले और मनमोहन सिंह सरकार में गृह और वित्त जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके पी. चिदंबरम भी हैं।

नई दिल्ली। असम की युवा और मजबूत मानी जाने वाली कांग्रेस की नेता सुष्मिता देव ने कांग्रेस छोड़ दी। इसके साथ ही कांग्रेस में फिर बगावती सुर सुनाई देने लगे हैं। पार्टी के बड़े नेताओं में शामिल कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर आलाकमान पर सवाल उठाया है। साथ ही गांधी परिवार का नाम लिए बगैर उसकी तुलना महाभारत के धृतराष्ट्र से की है। यह पहला मौका है, जब कपिल सिब्बल ने इतने कड़े शब्दों में गांधी परिवार से अपनी नाराजगी जताई है। हालांकि, पहले भी वह आलाकमान के फैसलों पर सवाल उठाते रहे हैं। कपिल सिब्बल ने ट्विटर पर लिखा, ‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी। एक तरफ युवा नेता छोड़कर जा रहे हैं और हम बुजुर्ग नेता पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं, तो हमपर आरोप लगाया जाता है। पार्टी आगे बढ़ रही है, लेकिन पूरी तरह बंद आंखों के साथ।’ बता दें कि कपिल सिब्बल पहले भी कांग्रेस आलाकमान पर इसी तरह निशाना साधते रहे हैं।

सिब्बल कांग्रेस के उन 23 वरिष्ठ नेताओं में हैं, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की लगातार हार के बाद पार्टी आलाकमान के कामकाज के तरीके पर सवाल खड़े किए थे। इन 23 नेताओं में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी के अलावा गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले और मनमोहन सिंह सरकार में गृह और वित्त जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके पी. चिदंबरम भी हैं। इन 23 नेताओं ने आलाकमान को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बदलाव के लिए कहा था। इसका विरोध राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और गांधी परिवार के करीबी बन गए कुछ और नेताओं ने किया था। तभी से ये 23 नेता कांग्रेस में साइडलाइन हैं।

कुछ दिन पहले कपिल सिब्बल ने विपक्ष के नेताओं की बैठक भी बुलाई थी। इसमें कांग्रेस के पी. चिदंबरम और आनंद शर्मा भी शामिल हुए थे। तब राहुल या सोनिया गांधी के बैठक में शामिल न होने पर सिब्बल ने कहा था कि वे अलग नहीं हैं और उनकी मर्जी से ही विपक्ष के नेताओं को मीटिंग के लिए बुलाया है।