नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में सीएम कौन बने, इसका फैसला आज दिल्ली में हो सकता है। कर्नाटक में कांग्रेस के विधायकों ने सीएम चुनने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को दिया है। सीएम का नाम तय कराने के लिए कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और वरिष्ठ नेता सिद्धारामैया के आज दिल्ली पहुंचने के आसार हैं। शिवकुमार और सिद्धारामैया सीएम पद के मुख्य दावेदार हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि कांग्रेस आलाकमान शिवकुमार या सिद्धारामैया में से किसी को सीएम चुनता है, या किसी तीसरे नेता को कर्नाटक में ये जिम्मेदारी मिलती है।
कर्नाटक में रविवार रात को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। दिल्ली से भेजे गए कांग्रेस के पर्यवेक्षकों के सामने सिद्धारामैया ने प्रस्ताव रखा कि मल्लिकार्जुन खरगे पर सीएम तय करने का जिम्मा डाला जाए। सभी विधायक इस पर एक राय दिखे। इसके बाद ही खरगे को सीएम चुनने के लिए अधिकृत किया गया। मल्लिकार्जुन खरगे इससे पहले कह चुके हैं कि सोनिया और राहुल गांधी से सलाह के बाद ही सीएम तय होगा। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि गांधी परिवार किसी खास नेता को कर्नाटक का सीएम नहीं बनाना चाहता। अगर ऐसा हुआ, तो खरगे को खुद ही सीएम पद के लिए नाम तय करना होगा। सिद्धारामैया और शिवकुमार के अलावा एमबी पाटिल और जी. परमेश्वर का नाम भी सीएम पद के लिए चल रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक शिवकुमार के पक्ष मे 68 और सिद्धारामैया के पक्ष मं 59 विधायक हैं। परमेश्वर के पक्ष में 8 विधायक होने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक शिवकुमार को सीएम बनाकर सिद्धारामैया को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि, ऐसा होना संभव नहीं दिखता। इसके अलावा एक सीएम के साथ 3 और डिप्टी सीएम भी कांग्रेस बना सकती है।
इससे पहले खबर ये भी छनकर आई थी कि मल्लिकार्जुन खरगे को ही कर्नाटक का सीएम बनाया जा सकता है। वो कर्नाटक के सबसे वरिष्ठ और बुजुर्ग नेता हैं। खरगे को ही अगर कर्नाटक की कमान सौंपी जाती है, तो वो डीके शिवकुमार और सिद्धारामैया की गुटबाजी पर कंट्रोल कर सकते हैं। इसके अलावा इन दोनों नेताओं की सहमति से किसी तीसरे कांग्रेस नेता को कर्नाटक की कमान भी सौंपी जा सकती है। पहले ये खबर आई थी कि मंगलवार को कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह होगा। ऐसे में आज देर रात तक सीएम पद के लिए नाम तय होने के पूरे आसार हैं।