नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों ने रविवार को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत बुलाई थी। इस दौरान किसानों की महापंचायत में काफी भीड़ देखने को मिली थी। वहीं किसान महापंचायत को विपक्षी दलों का समर्थन भी मिला। कांग्रेस की बात करें तो राहुल गांधी भी किसान आंदोलन के जरिए लगातार सरकार पर हमला बोल रहे है। इसी कड़ी में सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। हालांकि किसान आंदोलन के जरिए सरकार को घेरने के चक्कर में उनका एक झूठ फिर बेनकाब हो गया।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, डटा है निडर है इधर है भारत भाग्य विधाता! #FarmersProtest। इस ट्वीट के बाद राहुल गांधी सुर्खियों में आ गए है। दरअसल राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में जो तस्वीर शेयर की है। वो काफी पुरानी फोटो है। पीटीआई के अनुसार, जो तस्वीर राहुल गांधी ने शेयर की है वह फोटो दी ट्रिब्यून अखबार ने 6 फरवरी को अपने खबर के साथ प्रकाशित की थी जब उत्तर प्रदेश के शामली में किसानों ने पंचायत बुलाई गई थी। अब सच्चाई सामने आने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती है। वहीं इस मुद्दे को लेकर सियासत भी तेज हो सकती है।
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी ने मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए फेक तस्वीर का इस्तेमाल किया हो। इससे पहले भी राहुल गांधी कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार बदनाम करने के लिए फेक न्यूज शेयर कर चुके हैं। जिसके बाद वह खुद सरकार और लोगों के निशाने पर आ गए थे।
हैरान करने वाली बात ये भी है कि एक राहुल गांधी ने दिल्ली नांगल गांव में नाबालिग लड़की के साथ कथित रेप की घटना के बाद पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में राहुल ने पीड़िता के माता-पिता के साथ मुलाकात कर तस्वीर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दी थी। जिसका उनको खामियाजा भी भुगतना पड़ा था। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर ने राहुल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका ट्विटर हैंडल को ब्लॉक कर दिया था।