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Punjab: MeToo के आरोपी रहे चरणजीत चन्नी को CM चुनने पर फंसी कांग्रेस, BJP ने लगाई लताड़

Punjab: चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर कांग्रेस पार्टी घिर गई है। भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता नवीन कुमार ने कहा, ‘पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 2018 में एक महिला आईएएस अधिकारी को अश्लील मैसेज भेजे थे। Mee-2 के तहत केस भी चल रहा है।

नई दिल्ली। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से ही पंजाब के सीएम पद की कमान अब किस के हाथ में जाएगी इसे लेकर बीते दिन रविवार को फैसला हो गया। राज्य के नए सीएम के नाम पर मुहर लगने के साथ ही माना जा रहा था कि अब पार्टी में जारी अंद्रूनी कलह शांत हो जाएगी लेकिन लगता है ये विवाद जल्दी खत्न नहीं होने वाला। दरअसल, रविवार को पहले खबर आई थी कि सुखजिंदर सिंह रंधावा को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है लेकिन आखिर में हरीश रावत ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का ऐलान कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने तो चरणजीत सिंह चन्नी को नए सीएम बनाने पर फैसला ले लिया है लेकिन अब अपने इस फैसले को लेकर वो भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गई है। दरअसल, पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए चरणजीत सिंह चन्नी ‘मी-टू’ (Me Too) के आरोपी रह चुके हैं। हालांकि इस आफत के ताज को उन्होंने उस दौरान मुख्यमंत्री के सिर डालते हुए कहा था कि वो सब तत्कालीन मुख्यमंत्री की शह पर किया गया था। चन्नी ने ये तक कहा था कि ये सब उन्हें फंसाने के लिए किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने राज्य में दलित मुद्दों को उठाया था।

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क्या था पूरा मामला

पूरा मामला साल 2018 का है। जब चन्नी पर आरोप लगे थे कि उन्होंने एक महिला आईएएस अधिकारी को एक आपत्तिजनक मैसेज भेजा था। इस मामले ने तब खासा तूल पकड़ा था। हालाँकि उस महिला की तरफ से इस बारे में किसी तरह की कोई शिकायत दर्ज नहीं की थी साथ ही अमरिंदर सिंह ने भी सामने आते हुए मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि मामला सुलझा लिया गया है। उस दौरान खुद पर लगे आरोपों से चन्नी ने पल्ला डाड़ दिया था और कहा था कि मैसेज गलती से महिला अधिकारी को भेजा गया था।

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हालांकि खुद को बचाने के लिए चन्नी ने आरोपों को साजिश करार दिया लेकिन उनके खिलाफ उस वक्त महिलाओं ने धरने और प्रदर्शन भी किए थे। जिसके बाद चन्नी ने महिला अधिकारी से इसपर माफी माँगी थी। हालांकि उस समय तो मामला शांत हो गया लेकिन 2020 में एक बार फिर इसकी लपटें उठी जब कैबिनेट सब कमेटी की एक बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री मनप्रीत बादल और चरणजीत सिंह चन्नी एक्साइज पालिसी को लेकर तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी करण अवतार सिंह से भिड़ गए थे। जिसके बाद दोनों ही मंत्रियों ने ही बैठक छोड़ दी थी। इसके बाद चन्नी को मनाने के लिए कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा उनके घर पर गए थे, लेकिन चन्नी ने आरोप लगाया कि बाजवा उन्हें मनाने नहीं बल्कि उन्हें धमकी देने पहुंचे थे कि सीएम उनके खिलाफ मी-टू का मामला फिर से शुरू कर सकते हैं।


भाजपा ने साधा निशाना

चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर कांग्रेस पार्टी घिर गई है। भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता नवीन कुमार ने कहा, ‘पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 2018 में एक महिला आईएएस अधिकारी को अश्लील मैसेज भेजे थे। Mee-2 के तहत केस भी चल रहा है। जब ऐसा मुख्यमंत्री मिला है तो क्या अब बहन-बेटियाँ सुरक्षित रह पायेंगी।’