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Maharashtra: विज्ञापन की वजह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक पेय निर्माता कंपनी के दफ्तर में की तोड़फोड़

Maharashtra: जहां मुंबई में एक तरफ सख्त लॉकडाउन है, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के कथित मजाक के कारण एक पेय निर्माता Storia Foods & Beverages के कार्यालय में तोड़फोड़ की। मतलब साफ है कि महा विकास अघाडी की सरकार जिसमें कांग्रेस भी शामिल है।

नई दिल्ली। देशभर में कोरोनावायरस ने कोहराम मचा रखा है। महाराष्ट्र इसमें सबसे अव्वल है जहां कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमित दैनिक तौर पर मिल रहे हैं। कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है। मुंबई में सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर इस लॉकडाउन का कोई असर होता नहीं दिख रहा है। एक खबर की मानें तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मुंबई में Storia Foods & Beverages के दफ्तर पर जमकर बवाल काटा है। इनलोगों ने जमकर Storia Foods & Beverages के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया है।

Congress

जहां मुंबई में एक तरफ सख्त लॉकडाउन है, वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के कथित मजाक के कारण एक पेय निर्माता Storia Foods & Beverages के कार्यालय में तोड़फोड़ की। मतलब साफ है कि महा विकास अघाडी की सरकार जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। इसके शासन काल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कोई तालाबंदी लागू नहीं? साथ ही इससे यह भी साबित हो रहा है कि कांग्रेस पार्टी की तरह किसी को भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं?


दरअसल Storia Foods & Beverages ने एक उत्पाद के लिए विज्ञापन जारी किया। इस विज्ञापन में कथित तौर पर राहुल गांधी की नकल करते हुए कलाकार नजर आ रहे हैं। यही बात कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरा जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने Storia Foods & Beverages के दफ्तर में इस सख्त लॉकडाउन के बीच पहुंचकर बवाल काटा। दफ्तर में तोड़फोड़ की। यह लोग इस विज्ञापन में दिखाए गए पात्र की शैली को लेकर ज्यादा गुस्से में नजर आ रहे थे।


अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का रोना रोकर केंद्र सरकार को कोसने वाले कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को लगता है कि अभिव्यक्ति की आजादी केवल उनके हिस्से में आता है। वह किसी के ऊपर किसी भी तरह की टिप्पणी कर सकते हैं लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं पर कथित तौर पर की गई टिप्पणी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरती है।