चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर को विवादित फेसबुक पोस्ट में अलग देश बताने वाले मलविंदर सिंह माली को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार पद से इस्तीफा देना पड़ा है। माली ने पोस्ट में लिखा था कि जम्मू-कश्मीर अलग देश है और भारत व पाकिस्तान ने उस पर कब्जा कर रखा है। माली के इस फेसबुक पोस्ट पर कांग्रेस में ही सवाल उठे थे। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने माली को पार्टी से बाहर करने के लिए कहा था। असंतोष बढ़ते और बीजेपी के निशाने पर कांग्रेस को आते देखकर पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने सिद्धू से माली को हटाने के लिए कहा था।
मलविंदर माली ने विवादित फेसबुक पोस्ट 15 अगस्त को किया था। इस पोस्ट पर मनीष तिवारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ऐसे लोगों को कांग्रेस तो छोड़ो, देश में रहने का हक नहीं है। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि माली जैसे लोगों का ये पोस्ट देश के दुश्मनों की मदद करने वाला है। कैप्टन ने भी माली को हटाने की नसीहत नवजोत सिंह सिद्धू को दी थी। कैप्टन को सिद्धू के साथ जारी टकराव में उनपर हमला करने का बड़ा मुद्दा माली ने दे दिया था।
नवजोत सिंह सिद्धू ने मलविंदर सिंह माली के फेसबुक पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी थी, लेकिन उनपर अपने सलाहकार के खिलाफ कार्रवाई करने का बहुत दबाव बन गया था। खासकर कैप्टन अमरिंदर से जारी जंग के बीच मनीष तिवारी की खरी-खरी ने मलविंदर को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया। माना जा रहा है कि हरीश रावत की ओर से माली को हटाने का निर्देश आलाकमान के कहने पर दिया गया। ऐसे में सिद्धू और माली के सामने और कोई रास्ता नहीं था।