नई दिल्ली। पीएम मोदी हाल ही में लक्षद्वीप दौरे पर गए थे, जिसे लेकर फिलहाल विवादों का बाजार गरमाया है। उनके लक्षद्वीप दौरे को लेकर पहले महज भारत की राजनीति में बवाल था, लेकिन अब यह बवाल विदेशी धरा पर भी देखने को मिल रहा है। बता दें कि बीते रविवार को मरियम शिउना ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर ना महज सवाल उठाए थे, बल्कि प्रधानमंत्री के संदर्भ में ‘कठपुतली’ और ‘विदुषक’ सरीखे शब्दों का भी इस्तेमाल किया था, जिसे लेकर आम भारतीयों में रोष है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री के संदर्भ में ऐसी भाषा शैली का उपयोग किए जाने पर सोशल मीडिया पर लोग मालदीव जाने की योजना निरस्त कर रहे हैं। वहीं लक्षद्वीप टूरिज्म की पैरोकारी कर रहे हैं। यही नहीं, सिने जगत से जुड़ी कई बड़ी हस्तियों ने लक्षद्वीप की टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
For those who wish to embrace the adventurer in them, Lakshadweep has to be on your list.
During my stay, I also tried snorkelling – what an exhilarating experience it was! pic.twitter.com/rikUTGlFN7
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2024
वहीं, पीएम मोदी के संदर्भ में ऐसी अपमानजनक भाषा शैली का उपयोग किए जाने पर मालदीव सरकार ने मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया, जिसमें मरियम, मालशा और हसन जिहान का नाम शामिल है। उधर, मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहीद ने मरियम शिउना द्वारा पीएम मोदी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है। वहीं, उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव के रिश्ते हमेशा ही मधुर रहे हैं। ऐसे में हम अपने किसी नेता की बेवकूफी की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में किसी भी प्रकार का वैमनस्यता नहीं आने देंगे। उधर, अब इस पूरे मसले पर इजरायल ने भारत का समर्थन किया है।
We were in #Lakshadweep last year upon the federal government’s request to initiate the desalination program.
Israel is ready to commence working on this project tomorrow.
For those who are yet to witness the pristine and majestic underwater beauty of #lakshadweepislands, here… pic.twitter.com/bmfDWdFMEq
— Israel in India (@IsraelinIndia) January 8, 2024
जानिए क्या है इजरायल का रूख ?
उधर, अब इस पूरे मुद्दे पर इजरायली दूतावास ने पोस्ट कर कहा कि, ‘भारत सरकार के अनुरोध पर यहां डिसैलिनेशन प्रोग्राम (अलवणीकरण कार्यक्रम) शुरु करने के लिए हम बीते साल लक्षद्वीप गए थे। दूतावास ने भारत का समर्थन करते हुए कहा कि इजरायल इस परियोजना पर कल से ही काम शुरू करने के लिए तैयार है।
जानिए क्या है लक्षद्वीप विवाद?
बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए थे, जहां उन्होंने अकेले में वक्त बिताया था और इससे जुड़ी तस्वीरें अपने एक्स अकाउंट पर साझा की थी, जिसकी किसी ने तारीफ तो किसी ने आलोचना भी की थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां तक कह दिया था कि हमारे प्रधानमंत्री के पास लक्षद्वीप जाने का समय है, लेकिन इसके कुछ देर बाद मालदीप से सियासी प्रतिक्रियाओं का बाजार गुलजार हो गया।