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अमिताभ ने विशेष विमान से लखनऊ भेजे प्रवासी मजदूर, मजदूरों ने घर पहुंचकर ऐसे अदा किया शुक्रिया

मुंबई में लॉकडाउन में फंसे जिन प्रवासी श्रमिकों ने कभी एयरपोर्ट नहीं देखा था। वह यकीन नहीं कर पा रहे थे कि सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के प्रयास से वह हवाई जहाज का सफर कर मात्र दो घंटे में मुंबई से लखनऊ पहुंच जाएंगे।

मुंबई। मुंबई में लॉकडाउन में फंसे जिन प्रवासी श्रमिकों ने कभी एयरपोर्ट नहीं देखा था। वह यकीन नहीं कर पा रहे थे कि सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के प्रयास से वह हवाई जहाज का सफर कर मात्र दो घंटे में मुंबई से लखनऊ पहुंच जाएंगे। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाहर निकलते ही सुरक्षित अपने घर लौटने की खुशी से उनकी आंखों की चमक बढ़ रही थी। लखनऊ उतरते ही परिवार सहित आए प्रवासियों ने अमिताभ बच्चन का शुक्रिया कहा।

amitabh bacchan corona

गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन की होम प्रोडक्शन कंपनी एबी कॉर्प लिमिटेड तथा उनके अन्य सहयोगियों की मदद से प्रवासी मजदूरों को मुंबई से इलाहाबाद, गोरखपुर और वाराणसी पहुंचाने के लिए उड़ानों की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक फ्लाइट में 180 मजदूरों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

इस अभियान के जरिए 6 फ्लाइट्स की व्यवस्था की गई है। अब तक चार विशेष उड़ानों के जरिए तकरीबन 700 लोगों को उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश पहुंचाया गया। गुरुवार को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर मुंबई से प्रवासियों का एक और जत्था पहुंचा। इससे पहले बुधवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर 180 मजदूर चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे थे।

अमिताभ बच्चन और उनके सहयोगियों द्वारा इससे पहले 300 यात्रियों को 10 बसों से रवाना किया था। बच्चन कुछ प्रवासियों के लिए स्पेशल ट्रेन का इंतजाम करना चाहते थे लेकिन उसके लिए मंजूरी नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने मजदूरों के लिए प्लेन की व्यवस्था की।

पहली बार जहाज में बैठने का मौका मिला

टेलरिंग का काम करने वाले उन्नाव मियांगंज के इलियास ने लखनऊ आने के लिए कई बार ट्रेनों में प्रयास किया लेकिन सफल न हुए। बोले अमिताभ बच्चन को जितनी दुआएं दूं उतनी कम है। गोंडा निवासी अब्दुल जलील खां बांद्रा की मस्जिद में इमाम हैं। वह परिवार के 16 सदस्यों को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि अमिताभ बच्चन स्पेशल ट्रेन रद हो गई। प्लेटफार्म पर पड़े ही थे कि किसी ने बताया अमिताभ बच्चन जहाज से भेजेंगे। पहली बार हमको जहाज में बैठना नसीब हुआ। सोचा न था कि अमिताभ बच्चन जैसा नेक बंदा हमारी इतनी मदद करेगा।