नई दिल्ली। त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के सरकार गठन के बाद से लगातार जिस तरह की प्रगति राज्य में देखने को मिल रही है वह अपने आप में मील का पत्थर है। लगातार 30 साल तक सुदूर पार्वोत्तर के इस राज्य में वाम दलों की सरकार रही और इस दौरान यहां की जनता हमेशा से परेशानी का सामना करती रही। भाजपा के रूप में उन्हें विकल्प मिला तो उन्होंने वाम दलों का हाथ छोड़कर राज्य के विकास को गति देने के लिए भाजपा का दामन थाम लिया। बिप्लब देब प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सबसे पहले प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास शुरू कर दिया और इसी का नतीजा है कि बंग्लादेश की सीमा से सटे इस प्रदेश में आज पूरी तरह से शांति है और यहां की कानून व्यवस्था बेहतरीन हालत में पहुंच गई है। पुलिस के काम से प्रदेश की जनता खुश है।
लेकिन इस सब के बीच एक ऐसी घटना घटी है। जिसने सीपीएम पार्टी के नेताओं के असली चेहरे से नकाब उतार दिया है। दरअसल सीपीएम के छात्र विंग SFI के एक नेता शमीम अहमद को त्रिपुरा पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किया गया है। त्रिपुरा की उदयपुर, महारानी इलाके की पुलिस ने सोमवार को शमीम अहमद को गिरफ्तार किया है। इसके बाद शमीम अहमद को अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उसे 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मामला ये था कि सीपीएम के छात्र विंग SFI के नेता शमीम अहमद ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मामले में मिली जानकारी के अनुसार शमीम अहमद इस नाबालिग बच्ची को फुसलाकर ईको पार्क ले गया और उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। बच्ची के शोर मचाने पर स्थानीय लोग वहां पहुंचे और उन्होंने बच्ची को बचाया। इसके बाद से शमीम अहमद फरार चल रहा था और उसे सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सीपीएम का असली चेहरा आया सामने!
सीपीएम नेता शमीम अहमद ने 8 साल की बच्ची के साथ की दुष्कर्म की कोशिश। पुलिस ने पकड़ा, पहुंचाया सलाखों के पीछे।
त्रिपुरा में उदयपुर, महारानी इलाके के सीपीएम नेता शमीम अहमद,8 साल की बच्ची को फुसलाकर ईको पार्क ले गए और उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। pic.twitter.com/hEj2j2j2lw
— Sanjay Mishra (@sanjayswadesh) March 23, 2021
शमीम अहमद पर under Section 354, 506 IPC के तहत एवं Section 8 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और फिर उसे अदालत के सामने पेश किया गया जहां से अदालत ने शमीम अहमद को 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बच्ची के शोर मचाने पर स्थानीय पहुंचे और उन्होंने बच्ची को बचाया। तब से सीपीएम के ये स्थानीय नेता शमीम अहमद फरार चल रहे थे। मगर मुख्यमंत्री श्री @BjpBiplab के नेतृत्व में मुस्तैदी से काम कर रही @Tripura_Police ने फरार शमीम अहमद को कल धर दबोचा। अब वे सलाखों के पीछे है।
— Sanjay Mishra (@sanjayswadesh) March 23, 2021
शमीम अहमद भी उदयपुर, हीरापुर महारानी इलाके का ही रहनेवाला है और उसके पिता का नाम अमीर अहमद है। जानकारी के अनुसार शमीम अहमद की उम्र 26 साल के करीब है और वह सीपीएम से जुड़ा हुआ है। आरकेपुर वुमन पुलिस स्टेशन में शमीम अहमद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।