मुंबई। आज ब्रिटेन में किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक है। इस मौके पर उनको दुनियाभर के देशों की तरफ से तोहफे दिए जाएंगे। इन तोहफों में भारत का एक तोहफा बहुत खास होने वाला है। किंग चार्ल्स के लिए ये तोहफा मुंबई में घूम-घूमकर टिफिन सप्लाई करने वाले मेहनती डब्बावाले भेज चुके हैं। मुंबई के डब्बावाले किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक से बहुत खुश हैं। चार्ल्स ने कैमिला पार्कर से अपनी शादी के मौके पर साल 2005 में मुंबई के दो डब्बावालों को न्योता दिया था। इसके अलावा वो अपने भारत दौरे के वक्त साल 2003 में वो मुंबई के डब्बावालों से मिले भी थे। हालांकि, इस बार चार्ल्स ने अपने राज्याभिषेक में मुंबई के डब्बावालों को निमंत्रण नहीं दिया है। इसके बाद भी डब्बावाले उनको गिफ्ट भेज रहे हैं।
अब आपको बताते हैं कि किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक के लिए मुंबई के डब्बावालों ने क्या तोहफा भेजा है। मुंबई के डब्बावालों ने किंग चार्ल्स के लिए महाराष्ट्र के आभिजात्य वर्ग की पहचान कराने वाली पुनेरी पगड़ी भेजी है। साथ ही एक उपरने नाम का कंधे पर डाला जाने वाला दुपट्टा भी उन्होंने किंग चार्ल्स के लिए बतौर गिफ्ट भेजा है। पुनेरी पगड़ी 19वीं सदी से महाराष्ट्र के आभिजात्य वर्ग की परंपरागत पगड़ी है। इसे पुणे के इलाके में सम्मान का प्रतीक माना जाता है। मुंबई के डब्बावालों के मुताबिक बीते हफ्ते उन्होंने मुंबई के ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास के अफसरों को पुनेरी पगड़ी और उपरने सौंप दी थी। जिनको किंग चार्ल्स तक पहुंचा दिया गया है।
मुंबई के दो डब्बावालों ने जब किंग चार्ल्स और कैमिला पार्कर की शादी में लंदन जाकर शिरकत की थी, तो उन्होंने उस वक्त मराठी पगड़ी और कैमिला को 9 गज लंबी साड़ी बतौर तोहफा दिया था। मुंबई के डब्बावालों की मेहनत और उनके कामकाज के तरीके से किंग चार्ल्स काफी प्रभावित हुए थे। उन्होंने मुंबई दौरे के वक्त उनकी लगन की तारीफ भी की थी। बता दें कि मुंबई के डब्बावाले रोज हजारों टिफिन घरों से लेकर दफ्तर तक सप्लाई करते हैं। बावजूद इसके आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी व्यक्ति को किसी और के घर में बना टिफिन मिला हो। मुंबई के डब्बावाले कोड डालकर टिफिन सप्लाई करते हैं। इससे दफ्तर में व्यक्ति को उसके ही घर में बना भोजन ठीक वक्त पर मिलता रहता है।