नई दिल्ली। आज यानी की शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ 52 मंत्रियों ने भी शपथ ली है, जिसमें से 18 कैबिनेट और 14 राज्यमंत्री शामिल हैं और बाकी के मंत्रियों ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की शपथ ली है। योगी कैबिनेट में दानिश अंसारी एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं। इससे पहले मोहसिन रजा योगी कैबिनेट में शामिल थे। लेकिन इस बार कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं दी गई है। इस बार दानिश अंसारी को राज्यमंत्री का पद सौंपा गया है। यही नहीं, उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें उर्दू कार्यसमिति का अध्यक्ष भी बनाया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। वे एबीवीपी के कार्यकर्ता भी रह चुके हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बलिया से ग्रहण की है। इसके उपरांत उन्होंने उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु लखनऊ का रुख किया था। इससे पूर्व उन्हें वर्ष 2017 में उर्दू कार्यसमिति का अध्यक्ष बनाया गया था। यही नहीं, साल 2021 में उन्हें अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके थे। बता दें कि उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु दानिश अंसारी उन्होंने मास्टर क्वालिटी मैनेजमेंट में और मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में किया है। यही नहीं, विधानसभा चुनाव में विजयी पताका फहराने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि इस बार जात-पात से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद की जीत हुई है।
बता दें कि विगत दिनों हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी सूबे की 250 से ज्यादा सीटों पर विजयी पताका फहराने में सफल रही है। उधर, तमाम कोशिशों के बावजूद भी सपा अपनी सरकार बनाने में नाकाम रही है, लेकिन पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में सुपा की झोली में सीटों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है। वहीं, अगर कांग्रेस की बात करें, तो तमाम कोशिशों के बावजूद भी पार्टी महज 3 सीटों पर सिमटकर रह गई है। वहीं, सियासी गलियारों यूपी में हुई बीजेपी की बंपर जीत को आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव का संकेत माना जा रहा है।