नई दिल्ली। मोदी सरकार (Modi Govt) के दूसरे कार्यकाल को 2 साल से अधिक समय हो चुका हैं। ऐसे में में खबर है कि, इसी हफ्ते में मोदी सरकार अपना मंत्रिमंडल विस्तार कर सकती है। खबरों की माने, तो कुछ मौजूदा मंत्रियों के पास जो अतिरिक्त प्रभार हैं, वो इन प्रभारों को छोड़ भी सकते हैं। बता दें कि इनमें कुछ ऐसे नए चेहरे शामिल हैं, जिनको लेकर काफी लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद मिलना चाहिए। इस विस्तार को लेकर जानकारी मिली है कि 17 से 22 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं इस विस्तार को लेकर भाजपा उन राज्यों पर ध्यान दे सकती है, जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं गठबंधन दलों से भी नेताओं को मौका मिल सकता है।
इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आज होने वाली ये बैठक टाल दी गई है। खबरों की मानें तो, PMO ने 8 जुलाई तक की सभी बैठकों को टाल दिया है। उधर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से कैबिनेट विस्तार को लेकर मीडिया द्वारा सवाल पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी इस संबंध में मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
#WATCH “I can’t comment on it,” says Defence Minister Rajnath Singh on being asked about possible Union Cabinet expansion pic.twitter.com/uFLiXixcTw
— ANI (@ANI) July 6, 2021
मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में बन सकते हैं 17 से 22 नए मंत्री, इन चेहरों को मिल सकता है मौका, जानिए संभावित नाम
बिहार से तो इस बार मंत्रिमंडल के विस्तार में बिहार से 2-3 लोगों को मौका मिल सकता है। अनुमान के मुताबिक, बीजेपी से सुशील मोदी का नाम सामने आ रहा है। वहीं जेडीयू से RCP सिंह और एलजेपी से पशुपती पारस को मौका मिलने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से भी तीन से 4 मंत्री शामिल किए जाएंगे सरकार का हिस्सा हो सकते हैं। जिसमें अपना दल से अनुप्रिया पटेल को मौका मिल सकता है।
वहीं मध्य प्रदेश से एक से दो मंत्री शामिल किए जा सकते हैं, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया और राकेश सिंह को मौका मिल सकता है। इसके अलावा महाराष्ट्र से नारायण राणे, हिना ग़ावित और रणजीत नाइक निम्बलकर को मंत्री पद दिया जा सकता है। जहां जम्मू कश्मीर और लद्दाख से एक मंत्री बनाया जा सकता है तो वहीं राजस्थान, असम, ओडिशा से भी एक मंत्री सरकार में शामिल हो सकता है। वहीं पश्चिम बंगाल से शान्तनु ठाकुर और निशीथ प्रामाणिक का नाम सामने आ रहा है।
वहीं जो मंत्री अपना अतिरिक्त प्रभार छोड़ सकते हैं, उनमें प्रकाश जावड़ेकर पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी हैं। बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में 81 सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में 53 मंत्री हैं, यानी 28 मंत्रियों को जोड़ा जा सकता है।