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‘संभल कर रहें… हालात नाजुक हैं…आपातकाल की स्थिति न हो जाए’…बिजली संकट पर केजरीवाल का बयान

Delhi CM Kejriwal’s statement on coal crisis: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिजली संकट की संभावना पर कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी प्रकार से आपातकाल की स्थिति पैदा हो। इस समय देश में हालात नाजुक हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को इस संदर्भ में पत्र लिख चुके हैं

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में कोयला आपूर्ति बाधित होने की वजह से बिजली संकट की समस्या पैदा हो गई है। बताया जा रहा है कि चंद दिनों के लिए ही कोयला शेष रह गया है, जिसके बाद बिजली संकट की समस्या बढ़ सकती है। वहीं, बिजली समस्या को ध्यान में रखते हुए लोगों के बीच बिजली संकट को लेकर चिंता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। हालांकि, विगत रविवार को बिजली मंत्री आरके मिश्रा ने कहा था कि देश में कोयले की कोई समस्या नहीं है। हालात पूरी तरह से दुरूस्त हैं। कोयले की कमी की वजह से बिजली की समस्या पैदा होने वाली नहीं है।  इससे किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। उनके इस बयान ने बेशक लोगों को राहत पहुंचाई हो, लेकिन कई तरह के सवाल भी पैदा हो गए कि जब केंद्र की तरफ से कहा जा रहा है कि कोयले की कमी से बिजली संकट नहीं होगा तो फिर दिल्ली समेत अन्य राज्यों में बिजली संकट की खबरें क्यों सामने आ रही है। इसी क्रम में आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से मुखतिब होने के क्रम में इस बिजली संकट पर कहा कि, ‘हालात बिल्कुल नाजुक हैं, लेकिन हम केंद्र से मंत्रणा कर इस समस्या का समाधान करेंगे। हम सब मिलकर हालात को सुधारेंगे’

delhi CM

उन्होंने कोयले की कमी से बिजली संकट की संभावना पर कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी प्रकार से आपातकाल की स्थिति पैदा हो। इस समय देश में हालात नाजुक हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को इस संदर्भ में पत्र लिख चुके हैं, लेकिन विगत रविवार को केंद्र की तरफ से कहा गया कि ऐसा कुछ भी नहीं है। हालात पुरी से संतुलित एवं काबू में हैं। खैर, अब इस बात की संभावना तेज हो गई कि कहीं आने वाले दिनों में इस मसले को लेकर सियासत न तेज हो जाए,  क्योंकि आमतौर पर ऐसा देखा जाता रहा है कि जब कभी केजरीवाल सरकार केंद्र सरकार से किसी भी समस्या के संदर्भ में सहायता मांगती है, तो राजनीति शुरू हो जाती है। चाहे वो वैक्सीनेशन का मसला रहा हो या कोरोना काल में वेन्टिलेटर व ऑक्सीजन का मसला, लेकिन अगर बिजली संकट अपने चरम पर पहुंचता है ,तो पूरी अर्थव्यवस्था थम जाएगी, जिसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा।

 क्यों पैदा हो रही है बिजली संकट

  1. कोरोना वायरस: बिजली संकट की मुख्य वजह कोरोना वायरस भी रहा है, क्योंकि जिस तरह इस काल में सारे काम घर से ही संपन्न करने की प्रक्रिया शुरू हुई, उससे दैनिक स्तर पर बिजली की खपत बढ़ी है, जिससे कहीं न कहीं बिजली की संमस्या पैदा हो रही है।
  2. भारी बारिश: एक आंकड़े के मुताबिक, कोयले के कई खदान भारी बारिश की जद में आए गए, जिससे काफी मात्रा में कोयला बर्बाद हो गया और इसका सीधा असर बिजली उत्पादन पर पड़ा है।