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Delhi: केजरीवाल के 4 नेताओं को दिल्ली HC की फटकार, भाजपा नेता श्याम जाजू से जुड़े मामले पर दिया ये निर्देश

Delhi: गत 22 जनवरी को दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज सहित अन्य आप नेताओं बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और श्याम जाजू पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए थे। आप नेताओं ने अपने आरोपों में कहा था कि इन दोनों बीजेपी नेताओं ने एक कंपनी बनाई है और इस कंपनी में प्रमोटर कोई और नहीं, बल्कि इन्हीं के बेटे हैं।

नई दिल्ली। बीजेपी नेता श्याम जाजू और उनके बेटे संदेश जाजू के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने आप नेता सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक, संजय सिंह और दिलीप पाठक को सोशल मीडिया से उस पोस्ट को हटाने का निर्देश दिया है, जिसमें उन्होंने बीजेपी नेता आदेश गुप्ता और श्याम जाजू पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आप नेताओं से सोशल मीडिया पर से अपमानजनक सामग्रियों को हटाने के साथ ही भविष्य ऐसे आरोप लगाने से बचने के लिए कहा है। जस्टिस नवीन चावला की पीठ ने कहा कि गत 22 जनवरी को जिस तरह से एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आप नेताओं ने बीजेपी नेता श्याम जाजू और उनके बेटे संदेश जाजू पर टिप्पणी की गई थी, उससे उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। लिहाजा आप नेता निकट भविष्य में ऐसी टिप्पणी की पुनरावृत्ति करने से गुरेज करें। आइए, आगे पूरा माजरा विस्तार से जानते हैं।

 

आपको बता दें कि गत 22 जनवरी को दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज सहित अन्य आप नेताओं ने बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और श्याम जाजू पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए थे। आप नेताओं ने अपने आरोपों में कहा था कि इन दोनों बीजेपी नेताओं ने एक कंपनी बनाई है और इस कंपनी में प्रमोटर कोई और नहीं, बल्कि इन्हीं के बेटे हैं। यही नहीं ,कंपनी का पंजीकरण भी बीजेपी के कार्यालय के पते पर ही किया गया है। आप नेताओं ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के आसपास इनकी कई संपत्तियां हैं। यही नहीं, लोकायुक्त ने इन्हें नोटिस भी भेजा, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया।

AAP & bjp

वहीं, इन आरोपों के बाद श्याम जाजू ने आप नेताओं को कानूनी नोटिस जारी कर सोशल मीडिया पर लगाई गई सामग्रियों को हटाने की मांग की थी। वहीं, अब कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद अब आप नेताओं को सोशल मीडिया से इन सामग्रियों को हटाने का निर्देश दिया है। हालांकि, अभी-भी इस पूरे मसले को लेकर दोनों ही दलों के बीच जुबानी जंग जारी है। अब ऐसी सूरत में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।