नई दिल्ली: भारत में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक़ देश में अब तक कुल 234 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 65 मरीज महाराष्ट्र में हैं व 54 मरीज दिल्ली में हैं। ओडिशा के दो व जम्मू-कश्मीर में मिले तीन संक्रमितों के साथ 14 राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमण फैल चुका है। तेलंगाना (20), कर्नाटक (19), राजस्थान (22), केरल (24), गुजरात (14) और उत्तर प्रदेश में (2) मामले हैं। आंध्र प्रदेश में दो मामले जबकि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ में एक-एक मामला है। इस बीच दिल्ली में सामने आये पहले ओमिक्रोन के मरीज ने ठीक होने के बाद अपने अनुभव साझा किये हैं।
दरअसल 27 साल के साहिल ठाकुर दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के पहले संक्रमित मरीज हैं। अब वे ठीक होकर घर लौट चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें एहसास भी नहीं था कि वे कोरोना से ग्रस्ति हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ना खांसी थी और ना बुखार जैसा कोई भी लक्षण था। मैं पूरी तरह ठीक था और मुझे तो ये भी नहीं लग रहा था कि मैं कोरोना संक्रमित हूं। 4 दिसंबर को साहिल ठाकुर दुबई से लौटे थे। इसके बाद वे एयरपोर्ट पर बिना किसी जांच के घर चले गये। इस बीच उन्हें अपने काम से मुंबई जाना था तो उन्होंने कोरोना की जाँच करवाई. जिसमें ये पता चला कि वे कोरोना से ग्रसित हैं।
10 दिसंबर को स्वास्थय विभाग की तरफ से उनके पास एक कॉल आई जिसमें उन्हें बताया गया कि वे कोरोना के नये वैरीयंट ओमिक्रोन से ग्रसित हैं। जानकारी के अनुसार जब साहिल की ट्रेवल हिस्ट्री चेक की गई तो पता चला कि वे विदेश से हाल ही में लौटे तो उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंस जांच के लिए भेज दी गई। जहां से साहिल के ओमिक्रोन से ग्रसित होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद ही साहिल के घर के बाहर सुरक्षाबल तैनात कर दिए गये। अगले दिन एक एम्बुलेंस के जरिए उन्हें लोकनायक अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां उन्हें रहने के लिए एक कमरा मिला था। हालांकि बाद में कई और मरीज वहां पहुंच गए। उन्होंने बताया वहां पहुंच रहे अधिकतर लोगों में लक्षण नहीं थे।
Karnataka reports 321 new #COVID19 cases, 253 recoveries and 4 deaths in the last 24 hours.
Total cases 30,03,265
Total recoveries 29,57,799
Death toll 38,299Active cases 7138 pic.twitter.com/hS7UVUVgKo
— ANI (@ANI) December 22, 2021
साहिल ने बताया कि उन्हें किसी तरह का कोई लक्षण नहीं था तो उन्होंने कोई भी दवा नहीं ली। 16 दिसंबर को साहिल घर वापस आ गये और बताया कि वे अभी घर पर ही आइसोलेशन में रहेंगे। साहिल ने बताया कि वे पहले भी पहली लहर के दौरान कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं। साहिल ने बताया कि वे कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं।