newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Omicron: दिल्ली के पहले ओमिक्रोन मरीज ने ठीक होने के बाद बताया, कैसे बिना लक्षण के वो पहुंच गया अस्तपाल

Omicron: 27 साल के साहिल ठाकुर दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के पहले संक्रमित मरीज हैं। अब वे ठीक होकर घर लौट चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें एहसास भी नहीं था कि वे कोरोना से ग्रस्ति हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ना खांसी थी और ना बुखार जैसा कोई भी लक्षण था। मैं पूरी तरह ठीक था और मुझे तो ये भी नहीं लग रहा था कि मैं कोरोना संक्रमित हूं।

नई दिल्ली: भारत में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक़ देश में अब तक कुल 234 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 65 मरीज महाराष्ट्र में हैं व 54 मरीज दिल्ली में हैं। ओडिशा के दो व जम्मू-कश्मीर में मिले तीन संक्रमितों के साथ 14 राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमण फैल चुका है। तेलंगाना (20), कर्नाटक (19), राजस्थान (22), केरल (24), गुजरात (14) और उत्तर प्रदेश में (2) मामले हैं। आंध्र प्रदेश में दो मामले जबकि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ में एक-एक मामला है। इस बीच दिल्ली में सामने आये पहले ओमिक्रोन के मरीज ने ठीक होने के बाद अपने अनुभव साझा किये हैं।

Israel Corona

दरअसल 27 साल के साहिल ठाकुर दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के पहले संक्रमित मरीज हैं। अब वे ठीक होकर घर लौट चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें एहसास भी नहीं था कि वे कोरोना से ग्रस्ति हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ना खांसी थी और ना बुखार जैसा कोई भी लक्षण था। मैं पूरी तरह ठीक था और मुझे तो ये भी नहीं लग रहा था कि मैं कोरोना संक्रमित हूं। 4 दिसंबर को साहिल ठाकुर दुबई से लौटे थे। इसके बाद वे एयरपोर्ट पर बिना किसी जांच के घर चले गये। इस बीच उन्हें अपने काम से मुंबई जाना था तो उन्होंने कोरोना की जाँच करवाई. जिसमें ये पता चला कि वे कोरोना से ग्रसित हैं।

Omicron

10 दिसंबर को स्वास्थय विभाग की तरफ से उनके पास एक कॉल आई जिसमें उन्हें बताया गया कि वे कोरोना के नये वैरीयंट ओमिक्रोन से ग्रसित हैं। जानकारी के अनुसार जब साहिल की ट्रेवल हिस्ट्री चेक की गई तो पता चला कि वे विदेश से हाल ही में लौटे तो उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंस जांच के लिए भेज दी गई। जहां से साहिल के ओमिक्रोन से ग्रसित होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद ही साहिल के घर के बाहर सुरक्षाबल तैनात कर दिए गये। अगले दिन एक एम्बुलेंस के जरिए उन्हें  लोकनायक अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां उन्हें रहने के लिए एक कमरा मिला था। हालांकि बाद में कई और मरीज वहां पहुंच गए। उन्होंने बताया वहां पहुंच रहे अधिकतर लोगों में लक्षण नहीं थे।

साहिल ने बताया कि उन्हें किसी तरह का कोई लक्षण नहीं था तो उन्होंने कोई भी दवा नहीं ली। 16 दिसंबर को साहिल घर वापस आ गये और बताया कि वे अभी घर पर ही आइसोलेशन में रहेंगे। साहिल ने बताया कि वे पहले भी पहली लहर के दौरान कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं। साहिल ने बताया कि वे कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं।