नई दिल्ली। नूंह, मेवात और सोहाना में भड़की हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में आ चुकी है। उन सभी लोगों पर कानून का शिकंजा कसा जा रहा है, जो कि हिंसा भड़काने में शामिल रहे हैं। अब तक इस मामले में 44 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं, जिसके आधार पर अब तक 150 से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस शुरुआती तफ्तीश के आधार पर इस नतीजे पर पहुंची कि इस हिंसा को भड़काने में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है, लिहाजा सोशल मीडिया के बेजा इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए आईपीसी की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
आरोप है कि हिंसा के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए थे। उधर, पुलिस अब एक्शन मोड है। अब ऐसे में आगामी दिनों में पुलिस इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि हिंसा मामले में शासन ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए नूंह के डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पवार को पद से हटा दिया है।
वहीं, अब इस पद की जिम्मेदारी धीरेंद्र गड़गटा को दी गई है। बता दें कि इससे पहले नूंह को एसपी हिंसा मामले में कोताही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया था। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।