नई दिल्ली। भारत और नेपाल में सीमा विवाद के बीच नेपाल सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। नेपाल की संसद ने शनिवार को संविधान संशोधन बिल पास कर दिया है इसके बाद इस हिमालयी राष्ट्र का नक्शा बदल गया है।
नेपाल की प्रतिनिधि सभा में ये नक्शा दो तिहाई बहुमत से पास हुआ है। नेपाल की संसद में पास हुआ ये नक्शा विवादित है जिसमें कि भारत के तीन इलाके लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख भी शामिल किए गए हैं। भारत ने 20 मई को इस नक्शे को खारिज करते हुए इसे अनुचित मानचित्र संबंधी दावा बताया था।
इस वोटिंग से दो दिन पहले यानी 11 जून को भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इससे जुड़े सभी सवालों और काठमांडू से किसी भी प्रकार की बातचीत को दरकिनार करते हुए कहा था कि हम इस पर पहले ही अपनी स्थिति साफ कर चुके हैं और भारत के साथ नेपाल के सभ्यता, सांस्कृतिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों का हवाला दिया है।
Nepal’s Parliament passes amendment to include the new map which includes Kalapani, Lipulekh and Limpiyadhura in the Constitution of Nepal. pic.twitter.com/ZnDR6F2boi
— ANI (@ANI) June 13, 2020
ओली ने कहा-कर सकते हैं बातचीत
बता दें कि इस बयान से एक दिन पहले नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने कहा कि अगर भारत ने बातचीत के लिए अधिक इच्छा दिखाई, तो समाधान निकल सकता है। भारत ने 20 मई के बयान में कूटनीतिक बातचीत पर भी जोर दिया था लेकिन विदेश सचिव स्तर की वार्ता अभी भी दोनों पक्षों के बीच लंबित है।
नेपाल की ओर से फायरिंग में एक भारतीय की मौत
इन सब के बीच शुक्रवार को बिहार के सीतामढ़ी में भारत-नेपाल सीमा पर एक बहुत ही असामान्य घटना हुई। SSB की 51 बटालियन कमांडेंट द्वारा “स्थानीय” और “पूरी तरह से टालने योग्य मुद्दे” को लेकर हुए एक विवाद पर नेपाल एपीएफ ने फायरिंग कर दी। 15 राउंड फायरिंग हुई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नेपाल पुलिस ने उन्हें सीमा के आसपास जाने से मना किया है क्योंकि वे नेपाल में कोरोनावायरस फैला रहे हैं।