नई दिल्ली। कांग्रेस ने आखिर तय कर लिया कि सिद्धारामैया कर्नाटक के नए सीएम होंगे। प्रदेश अध्यक्ष के साथ डीके शिवकुमार सरकार में डिप्टी सीएम बनने को राजी हो गए हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के फैसले से शिवकुमार के भाई डीके सुरेश नाराज लग रहे हैं। डीके सुरेश कांग्रेस के ही सांसद हैं। डीके सुरेश ने मीडिया से कहा कि वो फैसले से खुश नहीं हैं, लेकिन कर्नाटक और वहां के लोगों के हित में चाहते हैं कि वादों को पूरा करें। सुरेश ने कहा कि इसी वजह से शिवकुमार ने कांग्रेस आलाकमान का फैसला माना। उन्होंने कहा कि हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि आगे क्या करना है। डीके सुरेश के इस बयान से कर्नाटक में भविष्य में राजस्थान जैसे हालात बनने की आशंका पैदा हो गई है।
#WATCH | I am not fully happy but in the interest of Karnataka we wanted to fulfil our commitment…That is why DK Shivakumar had to accept. In future we will see, there is a long way to go. …I wish it (CM post for DK Shivakumar) but it didn’t happen, we will wait and see:… pic.twitter.com/DGbiSIUeJk
— ANI (@ANI) May 18, 2023
डीके सुरेश ने भी भाई शिवकुमार को कर्नाटक का सीएम बनाने के लिए जीतोड़ कोशिश की। वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम बड़े नेताओं से मिले थे। फिर भी फैसला सिद्धारामैया के पक्ष में हुआ। शिवकुमार ने कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए काफी मेहनत की थी। इस वजह से सीएम पद पर उनका दावा मजबूत माना जा रहा था। अब पता चला है कि सिद्धारामैया के 2 साल सीएम रहने के बाद ये पद शिवकुमार को सौंपा जाएगा। इस बीच, बीजेपी ने डीके सुरेश के बयान को आधार बनाकर कर्नाटक में राजस्थान जैसे हालात की आशंका जताई है।
Rajasthan 2.0 ????????? https://t.co/iHJrMApYYQ
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) May 18, 2023
कर्नाटक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 135 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बीजेपी को सिर्फ 66 सीटें ही मिल सकी थीं। विधायक दल की बैठक में सिद्धारामैया के पक्ष में ज्यादातर लोग थे। वहीं, शिवकुमार भी पहले सीएम पद के लिए अड़े रहे थे, लेकिन राहुल गांधी से मुलाकात और सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत के बाद वो डिप्टी सीएम पद के लिए मान गए।