Jaishankar On China: विदेश मंत्री जयशंकर का चीन मसले पर सवाल खड़े कर रहे विपक्ष को तगड़ा जवाब, बोले- हमारी ताकत दुनिया देख रही
जयशंकर ने बिना नाम लिए 1962 में चीन से हुए युद्ध और उसमें भारत की पराजय का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जवानों को एलएसी पर पूरी तैयारी के साथ भेजा है। जबकि, पहले जवानों को बिना तैयारी के भेजा गया और उसका नतीजा हम देख चुके हैं। बता दें कि 1962 के जंग में भारत को चीन ने हरा दिया था।
हैदराबाद। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन मसले पर आरोप लगा रहे विपक्ष को कड़ा जवाब दिया है। जयशंकर ने रविवार को हैदराबाद में फोरम फॉर नेशनलिस्ट थिंकर्स हैदराबाद चैप्टर टॉक ऑन इंडियाज जी-20 प्रेसीडेंसी कार्यक्रम में चीन के मसले पर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि चीन ने साल 2020 में कोरोना के लॉकडाउन के बाद एलएसी पर जो हालात बनाए, उनके समाधान तक पड़ोसी देश से संबंध सामान्य होने संभव नहीं हैं। जयशंकर ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एलएसी पर दुर्गम इलाकों में फौज को तैनात करने का फैसला किया और आज दुनिया भारत की इस मजबूती और ताकत को देख रही है।
World has taken “note” of how India has stood “firm” with China & until “resolution of the issue takes place, relationship will not be normal”, says EAM Jaishankar pic.twitter.com/Pzg7CFSLeG
— Sidhant Sibal (@sidhant) February 26, 2023
जयशंकर ने बिना नाम लिए 1962 में चीन से हुए युद्ध और उसमें भारत की पराजय का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जवानों को एलएसी पर पूरी तैयारी के साथ भेजा है। जबकि, पहले जवानों को बिना तैयारी के भेजा गया और उसका नतीजा हम देख चुके हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मोदी सरकार चीन के खिलाफ एलएसी पर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है। जिसका बड़ा असर पड़ा है। जयशंकर ने कहा कि आज एलएसी पर दुर्गम इलाकों में जवानों के पास जरूरी चीजें हैं। उनके लिए और भी तमाम व्यवस्था सरकार लगातार कर रही है।
जयशंकर का ये बयान विपक्षी दलों के आरोपों का सीधा जवाब है। कांग्रेस समेत विपक्षी दल मोदी सरकार पर लगातार आरोप लगाते हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि मोदी सरकार चीन से डर रही है। जयशंकर का ताजा बयान ये बता रहा है कि सरकार चीन से डर नहीं रही, बल्कि उसके मुकाबले ताकत से खड़ी है। इससे पहले ऐसे वीडियो भी आ चुके हैं, जिनमें भारतीय सेना के जवान चीन के सैनिकों को पीटकर भगाते दिख रहे हैं। गलवान घाटी में भी भारत से टकराव में चीन के 40 से ज्यादा जवानों को जान से हाथ धोना पड़ा था।