नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चार दिन में दूसरी बार दिल्ली में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किेए हैं। वहीं, दिल्ली के अलावा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि 4 बजकर 18 मिनट पर भूकंप आया। वहीं, राष्ट्रीय विज्ञान भूकंप केंद्र के मुताबिक, रिएक्टर स्केल पर भूकंत की तीव्रता 6.4 बताई जा रही है। इसके अलावा देर 11 : 32 मिनट पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र बिंदू नेपाल बताया जा रहा है।
Strong earthquake tremors felt in Delhi pic.twitter.com/wZmcnIfH1u
— ANI (@ANI) November 6, 2023
उधर, मिली जानकारी के मुताबिक, जैसे ही लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए, तो लोगों ने एहतियात बरतते हुए अपने घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागे, ताकि वो अप्रिय घटना से खुद को बचा सकें। ध्यान दें, पिछले कई दिनों से लगातार दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। इसके अलावा भू-वैज्ञानिक इस बात को स्पष्ट कर दिया था कि दिल्ली-एनसीआर भूकंप की दृष्टि से काफी संवेदनशील माने जाते हैं।
कैसे और क्यों आता है भूकंप ?
भूकंप क्यों आता है? इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए आपको पहले पृथ्वी की संरचना के बारे में समझना होगा। दरअसल, पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटो पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा होता है। इसी पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती हैं। वहीं, कई बार यह प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं। बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुंड जाते हैं। ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स एक वक्त के बाद टूटने लगती हैं। जिसके बाद नीचे से ऊर्जा निकलती है, जिसके परिणामस्वरूप भूकंप आता है। दरअसल, भूकंप को रिएक्टर स्केल पर मापा जाता है। रिएक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट भी कहा जाता है।
#DelhiNCR experienced powerful earthquakes today, marking the second time in three days. Following #Nepal‘s recent 6.4 magnitude earthquake, another seismic event, measuring 5.6 on the Richter scale, was recorded at 16:16 hours.#Skymet #Earthquake
— Skymet (@SkymetWeather) November 6, 2023
चिंतित हैं लोग
ध्यान दें, दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, उससे दिल्ली-एनसीआर के बाशिंदों के बीच खौफ का माहौल है। सनद रहे कि बीते दिनों नेपाल में भी विनाशकारी भूकंप ने जमकर तांडव मचाया था, जिसकी जद में आकर सैकड़ों लोग मौत के गाल के समा गए थे, तो वहीं कई लोग घायल हो गए थे, जिस पर प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भी शोक जताया था। उधर, नेपाल में भूकंप द्वारा तांडव मचाए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी दुख जताया था। ध्यान दें, नेपाल एक पहाड़ी इलाका है, जो कि भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में अब आगामी दिनों में भू-वैज्ञानिकों की ओर से इस दिशा में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।