newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

UP: राम मंदिर जमीन विवाद पर ट्रस्ट ने जारी किया फैक्ट, विपक्ष के आरोपों को बताया झूठा

Ayodhya Land Scam: वहीं मंगलवार को ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जमीन खरीद को लेकर सोशल मीडिया के जरिए कुछ फैक्ट जारी किए हैं। जिसमें दावा किया गया, कि जो जमीन ली गई है, वह प्राइम लोकेशन पर है इसलिए उसके दाम ज्यादा हैं।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की जमीन पर घोटाले के आरोप को लेकर सियासत तेज हो गई है।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इस बीच राम मंदिर की जमीन खरीदने को लेकर आरोप लगा है कि, जिस जमीन की कीमत 2 करोड़ थी, 18 करोड़ में खरीदा गया है। यह आरोप समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस और की तरफ से लगाया गया है। वहीं इस बीच खबर है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा इस पूरे विवाद पर केंद्र को रिपोर्ट भेजी गई है। इसके अलावा ट्रस्ट की ओर से भारतीय जनता पार्टी (BJP), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को भी रिपोर्ट सौंपी गई है। सभी आरोपों को ट्रस्ट ने विपक्षी दलों की साजिश करार दिया है।

ram mandir FI

वहीं मंगलवार को ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जमीन खरीद को लेकर सोशल मीडिया के जरिए कुछ फैक्ट जारी किए हैं। जिसमें दावा किया गया, कि जो जमीन ली गई है, वह प्राइम लोकेशन पर है इसलिए उसके दाम ज्यादा हैं। जितनी जमीन की खरीद हुई है, उसका दाम 1423 प्रति स्क्वायर फीट है। इस डील को लेकर 10 साल से चर्चा चल रही थी, जिसमें नौ लोग शामिल थे।

बयान में आगे कहा गया है कि बाग बिजेसी में जिस जमीन को लेकर विवाद हो रहा है वह बहुत प्राइम लोकेशन है। भविष्य में यहां से चार लेने की सड़क मंदिर की ओर निकलेगी। यह जमीन 1.2080 हेक्टेयर है। इसे 1,423 रुपये पर स्कॉयर फीट पर खरीदा गया है जो अयोध्या में इस इलाके के जमीन की वास्तविक दरों से बहुत कम है।

राम मंदिर विवाद पर लगे आरोपों पर एक्शन में CM योगी, लिया संज्ञान

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की जमीन खरीद में घोटाले के आरोपों पर सियासत जोरों पर है। एक तरफ जहां विपक्ष राम मंदिर जमीन विवाद को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अयोध्‍या के निर्माणाधीन राम मंदिर की जमीन खरीद में लगे आरोपों पर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। इतना ही नहीं सीएम योगी ने ट्रस्ट और जिला प्रशासन से इस मामले में विस्तृत जानकारी देने को भी कहा है।

CM Yogi Adityanath

उधर अयोध्या जमीन विवाद पर राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने आरोप साबित होने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। मंगलवार को केशव प्रसाद मौर्य ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए है। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, रामलला का भव्य मंदिर निर्माण राम द्रोहियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।

दूसरे ट्वीट में डिप्टी सीएम ने लिखा,राम भक्तों का भरोसा अटल राजनीति स्वीकार नहीं। जबकि तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, राम भक्तों को राम द्रोही उपदेश न दें।

विपक्ष के आरोपों पर चंपत राय का दो टूक जवाब

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इस बीच राम मंदिर की जमीन खरीदने को लेकर आरोप लगा है कि, जिस जमीन की कीमत 2 करोड़ थी, 18 करोड़ में खरीदा गया है। यह आरोप समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की तरफ से लगाया गया है। वहीं विपक्ष के इन आरोपों पर श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने एक बार फिर दो टूक जवाब दिया है। चंपत राय ने कहा कि, जितना क्षेत्रफल है उसकी तुलना में इस भूमि का मूल्य 1423 रुपये प्रति वर्ग फीट है जो बाजार मूल्य से बहुत कम है। मालिकाना हक का निर्णय करना बहुत जरूरी था जो कराया गया। हमने जमीन का एग्रीमेंट करा लिया। अभी बैनामा कराया जाना बाकी है।

ram mandir FI

उन्होंने कहा कि, सभी लेनदेन बैंक टू बैंक हुए हैं और टैक्स में कोई चोरी नहीं की गई है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोप लगाने वालों ने आरोप से पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली। उन्होंने समाज को भ्रमित किया है। भ्रमित न हों और मंदिर समय सीमा में पूरा करने में सहयोग करें।