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Gyanvapi Masjid: ‘कांग्रेसी, सपाई, जिहादी व फव्वारा गैंग अचानक बिल से बाहर आए’, ज्ञानवापी मामले में VHP ने लगाई क्लास

Gyanvapi Masjid: उन्होंने कहा कि, काशी का सच क्या सामने आया, कांग्रेस से जुड़े कुछ नेता और जिद्दादी के पेरौकार, मौलान और वो संपूर्ण फब्बारा गैंग एक बार बाहर निकलकर आई है। अब वो डायरेक्ट एक्शन की धमकी देने लगे। यह 1946 नहीं है कि आप कुछ भी कर लेंगे और देश का बंटवारा कर दोगे सांप्रदायिक आधार पर।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सोमवार को जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेस के कोर्ट में सुनवाई हुई। बीते दिनों जिला जज को इस मामले को सुनने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। 8 हफ्ते में सुनवाई कर फैसला सुनाने को कहा गया है। कोर्ट ये तय करेगा कि नागरिक प्रक्रिया संहिता के आदेश 7 के नियम 11 के तहत हिंदू पक्ष का वाद सही है या नहीं। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ज्ञानवापी मस्जिद संबंधी हिंदू पक्ष का केस प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के तहत सुनवाई के योग्य नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने जिला जज से कहा है कि वो पहले मस्जिद पक्ष की अर्जी को प्राथमिकता के आधार पर सुने। वहीं ज्ञानवापी को लेकर देश में जमकर सियासत भी हो रही है। तमाम दलों के नेता ज्ञानवापी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे है। जब से हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिली है तब से कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई जिद्दादी गैंग अपनी भड़ास निकाल रहे है।इसी बीच विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ज्ञानवापी मामले को लेकर विपक्ष दलों पर हमला बोला है।

अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि, काशी का सच क्या सामने आया, कांग्रेस से जुड़े कुछ नेता और जिद्दादी के पेरौकार, मौलान और वो संपूर्ण फब्बारा गैंग एक बार बाहर निकलकर आई है। अब वो डायरेक्ट एक्शन की धमकी देने लगे। यह 1946 नहीं है कि आप कुछ भी कर लेंगे और देश का बंटवारा कर दोगे सांप्रदायिक आधार पर। देश में मजबूत सरकार है और जनता बहुत जागरूक है। सत्य के अन्वेषण में लगी हुई है। सच्चाई से अब भागोगे तो आप भी भागते हुए नजर आओगे। स्मरण रखना देश बदल रहा है सत्य की राह पर चल रहा है। अब इसको रोकने की कोशिश करी। तो इसके परिणाम भी बड़े गंभीर होंगे।

आगे उन्होंने कहा कि इसलिए आपको सच्चाई काबूल कर लेनी चाहिए। आपको सच्चाई के साथ आना चाहिए। क्योंकि मूल तो आपको भारत से ही है।  भले आपने धर्म बदल लिया हो। लेकिन आपके पूर्वज नहीं बदल सकते। इसलिए देश और सच्चाई के साथ आइए। जिस थाली में खाते है उसमें छेद करने से परहेज करना चाहिए। अंत में किसी भी धमकी देने से बाज आए। नहीं तो लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।